गिरिडीह जिले में जस्ट ट्रांजिशन व आजीविका पर साझा संकल्प संवाद का अभिव्यक्ति ट्रेनिंग भवन में हुआ. इस संवाद में जिले की स्वयंसेवी संस्थाओं सहित पंचायती राज से जुड़े कई जन प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी निभायी. कार्यक्रम का विषय रखते हुए दामोदर बचाओ आंदोलन के साथी गुलाब चंद्र ने कहा कि आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन के संकट से गुजर रही है. इसके समाधान के लिए एनर्जी ट्रांजिशन यानी कोयले पर निर्भरता कम कर ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ना आवश्यक है. लेकिन इस प्रक्रिया में कोयला आधारित आजीविका पर निर्भर लोगों का भविष्य कैसे सुरक्षित हो, इसपर अभी से चिंतन और योजना बनाना जरूरी है. इसी उद्देश्य से झारखंड में सारथी झारखंड जस्ट ट्रांजिशन नेटवर्क का गठन किया गया है. अभिव्यक्ति फाउंडेशन के सचिव कृष्णकांत ने कहा कि यदि जस्ट ट्रांजिशन की प्रक्रिया लागू होती है, तो मजदूरों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस योजना बनानी होगी.
गहराता जा रहा है जलवायु संकट
बनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश शक्ति ने कहा कि दुनिया में मौसम बदल रहा है और जलवायु संकट गहराता जा रहा है. ऊर्जा परिवर्तन अब अनिवार्य है. यह सुनिश्चित करना होगा कि यह बदलाव न्यायसंगत हो और प्रभावित लोगों की आजीविका भी सुरक्षित रह सके. झारखंड सरकार ने जस्ट ट्रांजिशन टास्कफोर्स का गठन किया है और हमें उसके साथ मिलकर आगे बढ़ना होगा. संवाद में आइडिया के कृष्णमुरारी शर्मा, एसपीएस शिवकांत यादव, प्रिंस आर्ट के रोहित कुमार, मुखिया मुमताज अंसारी, सैबुन निशा, वार्ड सदस्य लखन कुमार दास, अभिव्यक्ति फाउंडेशन के गोड्डा प्रतिनिधि सुजाता कुमारी, विलियम जैकब, संजय उपाध्याय, बनवासी के रूपा कुमारी, किशन रजक, राकेश कुमार समेत कई प्रतिभागियों ने अपने विचार रखे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

