Giridih News : पश्चिमी अफ्रीका के नाइजर में 26 दिनों से फंसे बगोदर के पांच प्रवासी मजदूरों की रिहाई की मांग को लेकर मंगलवार को भाकपा माले व अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन ने आक्रोश मार्च निकाला. सरिया रोड स्थित किसान भवन से मार्च बस स्टैंड गोलंबर पहुंचा. इस दौरान मार्च में शामिल लोग नाइजर में अपहृत बगोदर के पांच प्रवासी मजदूरों की खोजबीन क्यों नहीं, मोदी सरकार जवाब दो, अपहृत मजदूरों की घर वापसी की गारंटी करो, अपहृत मजदूरों के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा दो, प्रवासी मजदूरों के हितार्थ आवश्यक कानून बनाओ आदि नारे लगा रहे थे.
बगोदर बस स्टैंड में हुई सभा : बगोदर बस स्टैंड में सभा में बगोदर के पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि नाइजर में बगोदर के दोंदलो के चार तथा मुंडरो के एक प्रवासी मजदूर 26 दिनों से फंसे हुए हैं. लेकिन भारत सरकार और संबंधित कल्पतरु कंपनी की ओर से अब तक कोई सूचना नहीं मिली कि किस ग्रुप ने मजदूरों का कार्यस्थल से अपहरण किया है. उनकी क्या शर्तें हैं, उन्हें कहां रखा गया है. भारत सरकार मजदूरों की रिहाई के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है. इससे मजदूरों के परिजन चिंतित हैं. नाइजर में अपहृत मजदूर कल्पतरु ट्रांसमिशन लाइन में काम कर रहे थे, जो इंडियन कंपनी है. उन्होंने कहा कि शीघ्र अपहृत मजदूरों की रिहाई नहीं हुई, तो कोलकाता नई दिल्ली जीटी रोड को बेमियादी जाम किया जायेगा.ये शामिल थे मार्च में :
मार्च में पूर्व जिप सदस्य पूनम महतो, पूर्व मध्य जिप सदस्य सरिता महतो, उप प्रमुख हरेंद्र सिंह, संदीप जायसवाल, पूरन कुमार महतो, खूबलाल महतो, राजेश मंडल, भुनेश्वर महतो, कुमुद यादव, पूर्व प्रमुख मुश्ताक अंसारी, सत्येंद्र यादव, महेंद्र रमन, हेमलाल महतो, बासुदेव पासवान, सद्दाम अंसारी, रोहणी देवी, पूनम कुमारी, दूरिता देवी, सारो देवी, सुनीता देवी, बिंदेश्वरी देवी, यशोदा देवी, उर्मिला देवी, रीना देवी, सोनिया देवी, जुगली देवी, सुमन देवी, तुलिया देवी, मनवा देवी, तालो महतो, बासुदेव विद्यार्थी आदि थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है