गावां प्रखंड के पिहरा में सौ वर्षों से गणेश पूजा की जा रही है. यहां साहू समाज भवन स्थित लक्ष्मी-गणेश मंदिर में प्रतिमा स्थापित कर भगवान गणेश की पूजा की जाती है. भादो मास के शुरू होते ही इसकी तैयारी शुरू हो जाती है. भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन विधि विधान से कलश स्थापन कर पूजन किया जाता है. पूर्व में तत्कालीन मुखिया गोपी साव, सरपंच काशी प्रसाद साव आदि की पहल पर यहां पूजा शुरू की गयी थी. उस समय आवागमन का साधन नहीं के बराबर था. क्षेत्र में माइका का कारोबार चरम पर था. यहां लदना बैल की सहायता से चावल दुकानों तक आता था. माइका का परिवहन भी इसी प्रकार किया जाता था. उक्त समय लोगों की पहल पर यहां चावल लेकर आनेवाले व्यावसायियों से दो आना से चार आना चंदा लिया जाता था. इसी सहयोग से प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती थी. साहू समाज के वर्तमान अध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता ने कहा कि वर्तमान में यहां के पूजा में आर्थिक सहयोग करते हैं. पहले युवा तीन-चार दिनों तक नाटक करते थे. वर्तमान भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता है.
यहां भी होती है पूजा :
पिहरा के अलावा गावां बाजार, माल्डा, कहुआई समेत अन्य स्थानों पर भी गणेश की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है. सभी स्थानों पर प्रतिमा निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है. पूजन स्थल पर सज्जा आदि का कार्य भी समिति के सदस्य करवा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

