दलिया में जय बाबा स्टोन प्राइवेट लिमिटेड का तीन एकड़ क्षेत्र में पत्थर खदान संचालित था. ग्रामीणों के विरोध के चलते खदान वर्ष 2022 से बंद है. करीब आठ माह पूर्व लीज संचालक ने इस खदान को बिहार के नवादा निवासी राकेश चंद्रा को एग्रीमेंट पर दे दिया. ग्रामीणों अनुसार पिछले चार दिनों से राकेश चंद्रा 10-12 बाहरी युवकों के साथ खदान पर रहने लगा और मशीन-प्लांट को चालू कराने की तैयारी कर रहा था. जिसके बाद मंगलवार की सुबह ग्रामीण एकजुट होकर खदान की ओर बढ़े तो मामला अचानक उग्र हो गया. दोनों ओर से लाठी-डंडा चलने लगे. इसी दौरान गोली चली जो रीतलाल को लगी. संघर्ष में सुरेश प्रसाद वर्मा गंभीर रूप से घायल हो और अस्पताल में उसकी मौत हो गई.
हम कानूनी प्रक्रिया से खदान चालू करने पहुंचे थे : खदान संचालक
खदान के संचालक राकेश चंद्रा ने कहा कि उनकी टीम पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत खदान संचालन कार्य शुरू करने मौके पर पहुंची थी. लेकिन, ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया. हमारे एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं. घटना की जानकारी पहले ही पुलिस को दे दी थी.आरोपियों को चिह्नित कर की जा रही है छापेमारी : एसडीपीओ
घटना को लेकर खोरीमहुआ के एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि जय बाबा स्टोन खदान को लेकर दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था. आज हुई घटना में गोली चलने और एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है. फिलहाल मामले में एफआइआर दर्ज की जा रही है. गोली चलने की पुष्टि हुई है, लेकिन गोली किस पक्ष के द्वारा चलाई गई, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. अतिरिक्त पुलिस बल गांव में कैंप कर रहा है और फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.मारपीट, फायरिंग के बाद दलिया में बढ़ा पुलिस का पहरा
ग्रामीणों पक्ष के लोगों का कहना है कि दो साल से खदान बंद रखे हैं. खेती बर्बाद हो रही थी, धूल से बच्चे बीमार पड़ रहे थे. लेकिन चार दिन से बाहरी लोग खदान में आकर घूम रहे थे और हथियार भी साथ में रखे थे. महिलाओं से बदसलूकी की गई. जब हम बात करने गये तो पहले उन्हीं की ओर से गोली चलायी गयी. हम गांव में शांति चाहते हैं, पर बाहर के लोग जबरन डराने-धमकाने आए हैं.कौन-कौन हुए घायल
खदान पक्ष से घायलों में साहिल कुमार (21), शिवम कुमार सिंह (22), सोनू कुमार (46) और अरविंद कुमार वर्मा (37) शामिल है. ग्रामीण पक्ष से रीतलाल प्रसाद वर्मा (74) पैर में गोली लगी है.
हम कानूनी प्रक्रिया से खदान चालू करने पहुंचे थे : खदान संचालक
खदान के संचालक राकेश चंद्रा ने कहा कि उनकी टीम पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत खदान संचालन कार्य शुरू करने मौके पर पहुंची थी. लेकिन, ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया. हमारे एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं. घटना की जानकारी पहले ही पुलिस को दे दी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

