नगर प्रशासक प्रशांत कुमार लायक ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना का उद्देश्य शहरी गरीबों को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार प्रदान करना है. योजना के तहत शहरी गरीबों को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षण दिया जाता है. प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किये जाते हैं. इससे शहरी गरीबों की आजीविका सुधरती है. रोजगार के अवसर बढ़ते हैं. उन्होंने बताया कि इस योजना की शुरुआत गिरिडीह से होगी. इसके लिए सेंट्रल से एक करोड़ का फंड आ चुका है. उन्होंने बताया कि पहले 10 हजार रु तक ऋण मिलता था, पर अब न्यूनतम 50 हजार रु तक का ऋण मिलेगा. व्यावसायिक दृष्टिकोण से नेशनल इंस्टीट्यूट कालीकट के साथ एमओयू हुआ है.
योजना से शहरी गरीबों के जीवन स्तर में सुधार की उम्मीद
श्री लायक ने बताया कि इस योजना का मकसद शहरी गरीबों के जीवन स्तर में सुधार करना, उन्हें लाभकारी स्वरोजगार और कुशल मजदूरी रोजगार के अवसरों से जोड़ना है. उन्होंने बताया कि गिरिडीह नगर निगम क्षेत्र में 4378 योग्यताधारी लाभुक चिह्नित किये गये हैं. उन्होंने बताया कि इसके तहत पीएम श्रम योगी मानधन योजना, पीएम सुरक्षा बीमा योजना, पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना, पीएम जनधन योजना, जननी सुरक्षा योजना, वन नेशन वन राशन कार्ड, आयुष्मान भारत है. नगर प्रशासक श्री लायक ने बताया कि इस योजना को लेकर संबंधित कंपनी ने लाभुकों को रांची में ट्रेनिंग दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

