पुलिस ने बुधवार को सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवाया. मिली जानकारी के अनुसार करीब एक महीने पहले सुलेखा ने पटना जिले के रहने वाले प्रहलाद तिवारी के साथ एक मंदिर में प्रेम विवाह किया था. इसके बाद दोनों ने गिरिडीह में कोर्ट मैरिज भी कराया. विवाह के बाद सुलेखा अपने पति के साथ पटना में रह रही थी. दुर्गा पूजा के दशमी के दिन दोनों गिरिडीह आए थे. कुछ दिन सुलेखा का पति पटना लौट गया, जबकि सुलेखा यहीं रुकी हुई थी. मंगलवार की देर रात सुलेखा व उसके परिजन अपने-अपने कमरे में सोने चले गये. इसी दौरान सुलेखा और उसके पति के बीच फोन पर किसी बात को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद रात करीब 12:30 बजे सुलेखा के पति ने उसकी मां को फोन कर बताया कि सुलेखा फांसी लगाने जा रही है. घबराये परिजन जब सुलेखा के कमरे की ओर दौड़े, तो देखा कि उसने दरवाजा बंद कर लिया है. दरवाजा तोड़कर देखा गया तो सुलेखा फंदे पर लटकी मिली. आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
सुलेखा ही नर्स का काम कर चलाती थी मायके का खर्च, पिता की हो चुकी है मौत, मां नि:शक्त हैं
मृतका की मां पैर से नि:शक्त हैं. उन्होंने बताया कि उनके पति का कुछ साल पहले ही निधन हो गया था. घर में 12 वर्षीय छोटा बेटा है. सुलेखा ही निजी अस्पताल में नर्स की नौकरी कर घर का खर्च चला रही थी. घटना की जानकारी मिलते ही मुफस्सिल थाना की पुलिस अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा बनाते हुए पोस्टमार्टम कराया.
क्या कहते है थाना प्रभारी
मामले को लेकर मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने बताया कि मृतका की मां के फर्दबयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है, वहीं मृतका का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

