मृतक का बड़ा भाई अर्जुन यादव मुंबई में ही रहता है. वह अपने छोटे भाई के शव को मुंबई से लेकर अपने घर आ रहा है. शव बुधवार तक यहां आने की संभावना है. स्थानीय निवासी सह पंचायत समिति सदस्य पंकज यादव ने बताया कि बीते सोमवार सुबह लगभग 7 बजे मुझे सूचना मिली थी कि राजेन्द्र यादव संदिग्ध अवस्था में अपने कमरे में मृत पाया गया. उसके बाद मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसकी रिपोर्ट में रस्सी से गला दबने से मौत होने की बात कही जा रही है. सच्चाई क्या है, यह पता नहीं चल पाया है. कहा कि वह युवक मुंबई के दहिसर में रहकर टेंपो चलाता था. ग्रामीणों व मुंबई में रह रहे लोगों के द्वारा आर्थिक सहयोग से उसका शव घर लाया जा रहा है.उसके 3 छोटे छोटे पुत्र पत्नी हैं, जिसके सामने जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
झारखंडी एकता संघ ने की प्रवासी कल्याण आयोग के गठन की मांग
इस घटना की सूचना मृतक के परिजनों ने मजदूरों के हित में कार्य करनेवाली संस्था झारखंडी एकता संघ के केन्द्रीय सदस्य तौफिक अंसारी और बोरीवली इकाई के अध्यक्ष भीम कुमार गुप्ता उर्फ भीम साव को दी और शव को गांव ले जाने में मदद की अपील की. संस्था के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि संघ के बोरिवली इकाई अध्यक्ष भीम कुमार गुप्ता, मंटु मोदी, जसमुद्दीन अंसारी, बोरीवली ऑटो रिक्शा टैक्सी चालक संगठन के उपाध्यक्ष इशाक मुल्ला, पवन मिस्त्री, राजू पासवान ने मृतक के परिवार एवं गांववालों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. इसे लेकर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष असलम अंसारी, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष फिरोज आलम, उपाध्यक्ष सलीम अंसारी, सदरुल शेख, विनोद प्रसाद समेत कई लोगों ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड के प्रवासी मजदूरों की मौत की यह पहली घटना नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

