Jharkhand Migrant Worker Death, गिरिडीह : सऊदी अरब में गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड स्थित दूधपनिया गांव निवासी प्रवासी मजदूर विजय कुमार महतो की गोली लगने से हो गयी थी. आज उनकी मौत के 22 दिन बीत चुके हैं. लेकिन अभी तक उनका शव गांव नहीं पहुंच सका है. उनकी मौत के बाद से घर में अब तक चूल्हा नहीं जल सका और परिजन हर दिन शव का इंतजार कर रहे हैं.
गलती से मुझे गोली लग गई…” विजय का आखिरी वॉइस मैसेज
विजय की पत्नी बसंती देवी ने बताया कि 15 अक्टूबर की शाम उनके पति का वॉइस मैसेज आया था. मैसेज में विजय ने कहा था कि पुलिस किसी और पर गोली चला रही थी, लेकिन गोली गलती से मुझे लग गई.” इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां 24 अक्टूबर को उनकी मौत हो गयी. विजय सऊदी अरब की हुंडई इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे. दो छोटे बेटे ऋषि (5) और रौशन (3) अपने पिता का इंतजार कर रहे हैं.
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22 दिन बाद भी शव नहीं भेजा गया
परिवार का कहना है कि शव नहीं आने से घर में कोहराम मचा है. बसंती देवी सरकार से शव मंगाने और मुआवजा देने की गुहार लगा रही हैं.
मुआवजा और शव लाने में बड़ी समस्या : समाजसेवी सिकंदर अली
समाजसेवी सिकंदर अली ने कहा कि विदेशों में मजदूरों की मौत के बाद मुआवजा और शव लाने में महीनों लग जाते हैं. उन्होंने सरकार से विजय का शव जल्द भेजने और परिवार को मुआवजा देने की मांग की है.

