अगल-बगल दुकान लगा देने 12 फीट में सिमट गयी है 20 फीट चौड़ी सड़क
पूजा करने आनेवाले श्रद्धालुओं को होती है काफी परेशानी
सूबे के प्रसिद्ध तीर्थस्थल झारखंडधाम फिलहाल अतिक्रमणकारियों की चपेट में है. लिहाजा यहां आनेवाले शिवभक्तों को जाम से दो चार होना पड़ रहा है. सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर झारखंडधाम में शिवभक्तों का तांता लगा रहा. सुबह चार बजे से ही लोग जुटने लगे. इस दौरान सड़क के किनारे अतिक्रमण होने के कारण घंटों सड़क जाम रहने से लोगों को काफी परेशानी हुई. यह सड़क दुमका से सीधा रांची जाती है. सड़क 20 फीट चौड़ी है, पर अतिक्रमण करने के कारण यह मात्र 12 फीट बची है. इस दौरान जाम में फंसे श्रद्धालु काफी परेशान रहे. वहीं झारखंडधाम में विवाह रचाने आए वर-वधू व उनके परिजन भी घंटों जाम में फंसे रहे. इस क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी है, बावजूद इसके अतिक्रमण हटाने की दिशा में कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है. इसका नतीजा है कि अतिक्रमण के कारण एक विख्यात तीर्थस्थल में पूजा अर्चना के लिए आनेवाले श्रद्धालु हलकान हो रहे हैं.
श्रद्धालुओं ने की मांग- प्रशासन जल्द हटाये
अतिक्रमण
इधर, यहां आये हुए शिवभक्तों देवरी के मानिकबाद के भूचारो, संदीप सिंह, जमुआ के पालमो के सूर्य सिंह, नयासांखो के मोहन राय, सियारी के कैलाश यादव, कारूडीह के मनोज दास ने कहा कि यहां वे जब भी पूजा करने आते हैं, तो इस समस्या से जूझना पड़ता है. कभी कभार दुकानदार से भी नोंकझोंक हो जाती है. यहां सड़क किनारे लगाई गई दुकानों को यहां से शीघ्र हटाना चाहिए. मंदिर के अध्यक्ष नरेश पड़ा और नंदकिशोर पंडा ने बताया कि क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए अधिकारियों को लिख चुके हैं, पर कोई पहल नहीं की गयी है. जब भी मंदिर समिति की बैठक पदाधिकारियों के साथ होती है तो इस मुद्दे को उनके बीच रखा जाता है. कहा जाता है कि वक्त लगता है, शीघ्र ही काम हो जाएगा. इसके बाद कुछ नहीं होता है.
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