बता दें कि गिरिडीह जिले में गृहरक्षक के रूप में नामांकन के लिए कुल 708 रिक्तियों को भरने के लिए प्रक्रिया हुई थी. इसमें ग्रामीण गृहक्षक के लिए 533 और शहरी क्षेत्र के लिए 175 शामिल हैं. जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र के सभी 533 रिक्तियों को तो भर दिया गया, लेकिन शहरी क्षेत्र के 175 रिक्तियों के लिए मात्र 99 अभ्यर्थियों का ही चयन किया जा सका. शहरी क्षेत्र में अब भी 76 पद रिक्त हैं. इनमें 37 तकनीकी और 39 गैर तकनीकी पदों पर रिक्तियां हैं. शहरी क्षेत्र में महिलाओं के लिए 44 तकनीकी पद में से मात्र सात पद पर अभ्यर्थियों का चयन किया जा सका. इसमें 37 पद रिक्त पड़े हुए हैं, जबकि पुरुष वर्ग में 44 पदों के लिए 60 अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है. इसमें 16 अभ्यर्थी प्रतीक्षा सूची में हैं. शहरी क्षेत्र के गैर तकनीकी के 43 पुरुष वर्ग के पदों पर 32 का चयन किया गया है. इसमें 11 पद अब भी रिक्त है. वहीं महिला वर्ग में 44 गैर तकनीकी पद पर 16 अभ्यर्थी का चयन हुआ और 28 पद खाली है.
प्रतीक्षारत अभ्यर्थियों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन
शहरी क्षेत्र के पुरुष वर्ग में तकनीकी के 11 प्रतीक्षारत अभ्यर्थियों ने समायोजन की मांग करते हुए मंगलवार को डीसी रामनिवास यादव को ज्ञापन सौंपा है. अभ्यर्थी संदीप कुमार, पुरुषोत्तम कुमार राम, बादल कुमार सिंह, शिवशंकर शर्मा, विकास पासवान समेत अन्य अभ्यर्थियों ने बताया कि गृहरक्षक के रूप में नामांकन के लिए जो विज्ञापन जारी की गयी थी. उसमें चयन प्रक्रिया के गाइडलाइन में यह स्पष्ट किया गया है कि शहरी गृहरक्षकों के लिए रिक्ति में 50 प्रतिशत पद तकनीकी दक्ष उम्मीदवारों के लिए होगा. साथ ही यह भी उल्लेख है कि योग्य उम्मीदवार नहीं मिलने पर गैर तकनीकी व तकनीकी दक्ष की रिक्ति एक दूसरे से भरी जायेगी. डीसी को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि शहरी क्षेत्र के गैर तकनीकी पद पर अब भी 11 रिक्तियां हैं और तकनीकी पद पर 16 अभ्यर्थी प्रतीक्षा सूची में हैं. ऐसे में इन 11 रिक्त पदों पर प्रतीक्षारत अभ्यर्थियों का समायोजन किया जा सकता है. अभ्यर्थियों ने कहा कि इस मामले को लेकर वे मंत्री सुदिव्य कुमार से भी मिलकर सारी स्थितियों से अवगत करायेंगे.
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