इस दौरान जगह-जगह भजन-कीर्तन, जागरण व सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. इसमें महिला मंडल और युवाओं की सक्रिय भागीदारी रही. भव्य साज-सज्जा और आकर्षक विद्युत सज्जा से पूरा क्षेत्र आलोकित रहा. अरखांगो में सोमवार की रात तक श्रद्धालु मां की आराधना, भोग-अर्पण और आरती की. मंगलवार की सुबग से ही विसर्जन यात्रा शुरू हुई. ढोल-नगाड़ों और जयकारों के बीच भक्तों ने मां की प्रतिमाओं को बग्घी व ट्रक पर ससम्मान जलाशय तक पहुंचाया. जय मां काली के जयघोष से पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा. परमानंद यादव, लोकेश कुमार सहित अन्य ने बताया कि मां की कृपा से यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. श्रद्धालुओं ने अगले वर्ष और अधिक भव्य आयोजन की कामना के साथ मां काली को अश्रुपूरित विदाई दी.
सुरक्षा की थी पुख्ता व्यवस्था
विसर्जन के दौरान ओपी प्रभारी धर्मेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. पुलिस लगातार गश्त लगा रही थी. मौके पर सचिव पंकज यादव, मंटू साव, सुरेश पंडित, रंजीत सिंह यादव, हीरालाल साव, रंजीत यादव, अरविंद यादव, राजकुमार यादव, सहदेव चौधरी, बंसी महतो, रामेश्वर राणा, लोकन साव, उमेश राणा, विक्की राणा, राहुल राणा, ब्रजकिशोर यादव, दीपक साव, रवि कुमार विश्वकर्मा आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

