प्राचार्य डॉ मिश्र ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा दिवस देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर पूरे देश में मनाया जाता है. उन्होंने शिक्षा के विकास में अहम भूमिका निभायी. राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2025 की थीम एआई और शिक्षा स्वचालन की दुनिया में मानव एजेंसी की भुमिका है. प्राचार्य ने कहा कि तकनीक के बदलते स्वरूप को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों को नवाचार पर ध्यान देना होगा. आज चैट जीपीटी के अत्याधिक उपयोग हो रहा है. इससे थिंकिंग कैप्बिलिटी कम हो रही. उन्होंने क्लास में बच्चों की कम उपस्थिति पर चिंता जाहिर की. कहा कि बच्चे जब क्लास आएंगे तब ही उनमें सोचने की क्षमता का विकास होगा. कार्यक्रम को डॉ अनिल बरनवाल, डॉ बिरेंद्र प्रताप, विवेक कुमार राय, मनोहर ठाकुर व सनोज कुमार ने भी संबोधित किया. मंच संचालन आईआईसी के वाइस प्रेसिडेंट मिथलेश महथा ने की. मौके पर डॉ संध्या, डॉ दुलारी, डॉ रौशन, डॉ कृष्णा कुमार, डॉ अंगद कुमार, डॉ मधुसूदन राजा, अनिल कुमार मनोज कुमार आदि विद्यार्थी उपस्थित थे.
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