स्वागत समारोह के बाद आईजी ने जिलास्तरीय पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की, जिसमें जिले की कानून-व्यवस्था, लंबित मामलों के निष्पादन और विभिन्न पुलिस इकाइयों के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई. बैठक में मौजूद एसपी, एएसपी अभियान, एसडीपीओ, डीएसपी सहित सभी पदाधिकारियों को आईजी ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जिले में लंबित कांडों का त्वरित निष्पादन सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने विशेष रूप से महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों पर तेजी से कार्रवाई करने को कहा, ताकि पीड़ितों को समय पर न्याय मिल सके. आईजी श्री भास्कर ने आर्थिक अपराध, रंगदारी, जमीन विवाद आधारित अपराध तथा इलाके में सक्रिय असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया. उन्होंने साइबर अपराध पर भी जोर देते हुए कहा कि गिरिडीह पुलिस इस क्षेत्र में अच्छा काम कर रही है, लेकिन इसे और मजबूत करने की जरूरत है. उन्होंने निर्देश दिया कि साइबर ठगी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए तकनीकी टीम को और अधिक सक्रिय किया जाए और सीमावर्ती जिलों के साथ समन्वय बढ़ाया जाए. आईजी ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि अपराध नियंत्रण को लेकर इंटेलिजेंस नेटवर्क को और मजबूती दी जाए, ताकि अपराधियों के गतिविधियों पर पहले ही रोक लगाई जा सके. उन्होंने हाल के बड़े मामलों, विशेषकर गोलीबारी और बमबाजी से जुड़े मामलों की प्रगति रिपोर्ट भी तलब की और सख्त शब्दों में कहा कि फरार आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कानून के दायरे में लाया जाए. बैठक में गिरिडीह जिले के एसपी डॉ. विमल कुमार, एएसपी अभियान सुरजीत कुमार, सदर एसडीपीओ जीतवाहन उरांव, सिटी डीएसपी नीरज कुमार सिंह, साइबर डीएसपी आबिद खान, डुमरी एसडीपीओ सुमित कुमार, खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद, सरिया-बगोदर एसडीपीओ धनंजय कुमार राम समेत जिले के कई अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

