झारखंडधाम. रेंबा में 105 सालों से चार दिवसीय गणेश पूजनोत्सव होता है. यहां गठित कमेटी की देखरेख में पूजा होती है. 15 वर्षों से कमेटी की व्यवस्था नवयुवकों के हाथों में है. यहां निर्मित मंदिर में प्रत्येक बुधवार को भजन होता है. सालों भर धार्मिक अनुष्ठान होते रहते हैं. जानकार बताते हैं कि मंदिर की स्थापना जिस समय हुई, उस समय गांव में कौलेरा फैला था. सौ अधिक लोगों की मौत हो चुकी थी. उसी समय एक साधु ने लोगों को गणेश जी पूजा करने की बात कही थी. तब से ग्रामीणों ने यहां प्रतिमा स्थापित कर पूजा शुरू की. यहां दो दिवसीय मेले का आयोजन भी होता है. यहां जिसकी मनोकामना पूरी होती है, वह प्रसाद, प्रतिमा व डाक का खर्च वहन करते हैं. इसकी लंबी फेहरिस्त है. धनबाद, बोकारो, देवघर, गिरिडीह, हजारीबाग जिले से भी श्रद्धालु यहां पूजा करने आते हैं. दस वर्षों से कमेटी के मार्गदर्शक सुधीर द्विवेदी हैं. कमेटी के आचार्य पंडित आदित्य, उपाचार्य पंडित विक्रम शास्त्री व प्रतिनिधि द्वारकानाथ द्विवेदी हैं.
प्रखंड की मुख्य व्यावसायिक मंडी है :
बता दें कि रेंबा जमुआ प्रखंड की मुख्य व्यावसायिक मंडी बन गया है. यहां की शांति व भाईचारा के साथ धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधि चलती रहती है. गणेश पूजनोत्सव में पहले दिन अधिवास, दूसरे दिन संध्या को प्राण प्रतिष्ठा, तीसरे दिन सार्वजनिक पूजा, चौथे दिन हवन, ब्राह्मण भोजन, मेला का आयोजन के साथ शाममें प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है. वर्तमान कमेटी के अध्यक्ष अजय दुबे, सचिव राधेश्याम सचिव व कोषाध्यक्ष लक्ष्मीकांत हैं. कमेटी में सुमन द्विवेदी, सोनेलाल तिवारी, आचार्य कन्हैयालाल, अवध तिवारी, उदय द्विवेदी, संतशरण गुप्ता, बजरंग लाल राणा, भागीरथ राम, पवन द्विवेदी, राजेंद्र दुबे राजन, कुलदीप कसेरा, सुबोध त्रिवेदी, अमित आजाद, भगवान कव्वाल, टुनटुन रंजीत, राजशेखर पप्पू, कुंदन कुमार धाकड़, पिंकू कुमार, समीर कृष्ण समेत अन्य सदस्य हैं. गुरुवार को यहा भक्ति जागरण होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

