यहां खुले मैदान के बीच छोटी सी पहाड़ी व बगल में बहती नदी की कल-कल धारा लोगों को स्वत: अपनी ओर खांच लेती है. खासकर नव वर्ष के आगमन के साथ इस ग्रामीण पिकनिक स्थल में लोगों की भीड़ उमड़ती है. जंतवा पहाड़ी ना केवल स्थानीय लोगों के रोजगार का साधन बना है, बल्कि यह स्थानीय ग्रामीणों के लिए पिकनिक स्थल के लिए भी चर्चित है. जंतवा पहाड़ी के पत्थर से स्थानीय ग्रामीण लोढ़ी-पाटी, चौखट, ओखली, ढेंकी, जांता आदि का निर्माण कर आर्थिक उपार्जन करते हैं. वहीं, नववर्ष के मौके पर यहां की रमणीक वादियों में पिकनिक भी मनाते हैं.
अवैध पत्थर खनन से पहाड़ी की अस्तित्व पर खतरा
हालांकि, लगातार हो रहे पत्थर खनन से जंतवा पहाड़ी का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है. ग्रामीण भुनेश्वर गोस्वामी, मो निसार, प्रताप साव, बोधी पंडित, सत्यनारायण यादव आदि ने बताया कि जंतवा पहाड़ी स्थानीय ग्रामीणों के लिए रोजगार के साधन के साथ एक बेहतर पिकनिक स्पॉट भी है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल नहीं होने से इसका अस्तित्व खत्म होता जा रहा है.
कैसे पहुंचे जंतवा पहाड़ी
गांडेय-अहिल्यापुर मुख्य सड़क पर दुल्हडीह मोड़ से दो किलोमीटर पूरब दिशा तथा गिरिडीह-जामताड़ा सड़क पर बुधूडीह चौक से उत्तर दिशा में 5 किमी पर जंतवा पहाड़ी अवस्थित है. वहीं, अहिल्यापुर थाना होकर भी जंतवा पहाड़ी जाने का रास्ता है. यहां पहुंचने का साधन निजी वाहन है.
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