कुशमर्जा पंचायत के भागलपुर गांव में पहुंचे सात हाथी
बगोदर वन क्षेत्र में लगातार तीन दिन मंगलवार की रात हाथियों का उत्पात जारी है. ग्रामीण और वनरक्षी हाथियों को भगाने के लिए प्रयासरत हैं. इसके बावजूद भी हाथियों का झुंड गांव से सटे जंगली इलाके में डटे हुए हैं. रात होते ही भोजन की तलाश में हाथी गांव में घुसकर उत्पात मचाना शुरू कर देते हैं. इसके कारण बगोदर वन प्रक्षेत्र के जंगली इलाके से सटे गांवों के ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है. बगोदर वन क्षेत्र में सोमवार से हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू किया. डोरियो, खंभरा में उत्पात मचाने के बाद मंगलवार की देर रात तीन बजे कुशमर्जा पंचायत के भागलपुर गांव में जा पहुंचा. झुंड में सात हैं. इस दौरान किसान के कैला महतो के खपरैल घर को क्षतिग्रस्त कर दिया.स्कूल में खाया एक क्विंटल चावल
हाथियों का झुंड उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय की खिड़की को तोड़कर एमडीएम का एक क्विंटल चट खा गया. इसके अलावा गांव के आंगनबाड़ी केंद्र की खिड़की को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र में रखे पाठ्य सामग्रियों को भी तीतर-बितर कर दिया. हाथियों ने गांव के ही कैला महतो के मिट्टी का घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. राहत की बात यह रही कि घर छोड़ कर लोग भाग गये थे. इसके बाद हाथियों ने रोशन शर्मा, रज्जाक मियां, परमेश्वर साव, मुकेश साव की चहारदीवारी को तोड़ डाला. इसके अलावा कई खेतों में लगे धान बिचड़ा को बर्बाद कर दिया.झुंड से बिछड़े हुए हैं हाथी
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम भागलपुर पहुंची. विभाग के फॉरेस्टर अंशु पांडेय समेत वनरक्षियों की टीम ने हाथियों को खदेड़ा गया. बताया कि 32 हाथियों के झुंड था, जो हजारीबाग जिले के बड़कागांव जंगल में चला गया हैं. इसी झुंड से साथ हाथी बिछड़ कर क्षेत्र में उत्पात मचाये हुए हैं. वन विभाग टीम उन्हें खदेड़ने में लगी हुई है. अभी भी हाथियों का झुंड भागलपुर गांव के जंगल में हैं. लेकर वन विभाग अलर्ट है. इधर, हाथियों को हटाने की कोई ठोस पहल नहीं होने से ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

