गावां प्रखंड में लचर बिजली व्यवस्था के खिलाफ लोगों में आक्रोश है. इस समय 24 घंटे में लोगों को मात्र चार से पांच घंटे ही बिजली मिल पा रही है. बिजली के लगातार गुल रहने से जन जीवन काफी प्रभावित हो रहा है. शाम होते ही क्षेत्र अंधकार में डूबे जाता है. बच्चों की पढ़ाई समेत व्यवसाय पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. पिछले दो सप्ताह से बिजली की स्थिति काफी खराब हो गयी है. गावां बाजार को शहरी फीडर घोषित कर यहां के लोगों से बिल लिया जाता है, लेकिन व्यवस्था में कोई सुधार नहीं है. बिजली कर्मियों का कहना है कि बिजली की कम आपूर्ति होने के कारण एक-एक घंटे का शेड्यूल बांटकर बिजली की आपूर्ति की जा रही है. जब एक क्षेत्र में बिजली दी जाती है, तो प्रखंड का दूसरा भाग अंधकारमय रहता है.
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
पूर्व में आंदोलन के बाद बिजली की स्थिति में सुधार हुआ था. क्षेत्र में बिजली की कटौती से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय सांसद-विधायक मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. अपने कार्यकाल में मैंने यहां पावर ग्रिड की स्वीकृति दिलवायी थी, जिसे लगभग आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी चालू नहीं करवाया जाना क्षेत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. जल्द पुन: आंदोलन किया जायेगा.
राजकुमार यादव, पूर्व विधायक
प्रखंड में बिजली की लचर व्यवस्था से त्राहिमाम की स्थिति है. बिजली बिल में काफी बढ़ोतरी की गयी है, लेकिन व्यवस्था दिनों-दिन खराब होती जा रही है. विभाग क्षेत्र के लोगों के साथ नाइंसाफी कर रहा है. लचर बिजली व्यवस्था के बाबत क्षेत्र के नेता प्रतिपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी को जानकारी दी गयी है. मामले के ले बिजली विभाग को एक ज्ञापन सौंपते हुए उग्र आंदोलन किया जायेगा.
मुन्ना सिंह, विधायक प्रतिनिधि
सुधार का प्रयास जारी : एसडीओ
इधर, विभाग के एसडीओ प्रदीप राय ने कहा कि कम बिजली मिलने से परेशानी हो रही है. वैकल्पिक व्यवस्था को ले प्रयास किया जा रहा है. एक सप्ताह के बाद व्यवस्था में सुधार हो जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

