बेंगाबाद सामुदायिक अस्पताल में सोमवार को डायरिया से त्रस्त महुआर पंचायत के गादी गांव से एक महिला को इलाज के लिए परिजनों ने भर्ती कराया. ऑन ड्यूटी चिकित्सक डॉ आशीष शेखर ने इलाज के नाम पर ओआरएस व अन्य दवा दी. इस पर परिजनों ने आपत्ति जतायी. बताया कि घर में उसे ओआरएस दिया गया है. परिजनों ने पानी चढ़ाने की बात कही. इसके बाद चिकित्सक मरीज के परिजनों को समझाने के बजाय भड़क गये. चिकित्सक ने परिजनों को खरीखोटी सुनायी. इसके बाद परिजन भी भड़क गये. जानकारी झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष नुनूराम किस्कू, नीलकंठ मंडल, रामप्रसाद यादव, उपेंद्र कुमार सहित अन्य को इसकी जानकारी दी गयी. सूचना पर सभी पहुंचे और चिकित्सक के व्यवहार की कड़ी निंदा की. जानकारी देते हुए परिजन मंटू यादव ने बताया अस्पताल लाने के काफी देर बाद चिकित्सक डॉ आशीष शेखर अपने चेंबर में आये और इलाज के नाम खानापूर्ति करते हुए दो टेबलेट की ओर एक टिकिया ओआरएस की दी. बताया कि घर में ओआरएस दिया गया है, संभव हो तो उसे स्लाइन चढ़ा दें. इस पर वह भड़क गये. उन्होंने बांड भरने की बात कही. इसके बाद परिजनों ने आपा खो दिया और कहा अस्पताल में मरीज ठीक होने लाते हैं ना कि मरने के लिए. झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष नुनूराम किस्कू ने चिकित्सक से बात की. कहा मरीज का सही तरीके से इलाज सुनिश्चित करें. रामप्रसाद यादव व उपेंद्र कुमार ने कहा चिकित्सक का यह व्यवहार ठीक नहीं है. मरीज व परिजनों को तरीके से समझाने की जरूरत थी ना कि मरने का बांड भरने का दबाव डालने का. कहा इस मामले को वरीय अधिकारियों व सांसद के पास रखकर कार्रवाई की मांग की जायेगी.
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