भारत मंडपम, प्रगति मैदान नयी दिल्ली में आयोजित समारोह में उपस्थित नहीं हो सके थे. विद्यालय की प्रातः सभा में प्राचार्य ओपी गोयल के हाथों उन्हें यह सम्मान दिया गया. श्री घोषाल ने बताया कि यह सम्मान उनके हिंदी साहित्य प्रेम की सच्ची स्वीकृति है और सृजनात्मक लेखन में निष्ठा बनाये रखने को प्रेरित करता है. इसके लिए उन्होंने प्रभात प्रकाशन, कला एवं संस्कृति विभाग, प्राचार्य, सहकर्मियों, विद्यार्थियों, परिवार एवं शुभचिंतकों का आभार जताया है.
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