अध्यक्षता कयूम अंसारी ने की. बैठक में मुख्य रूप से भाग ले रहे पूर्व विधायक ने अगुआ साथियों को गांव-टोलों में ग्रामसभा कर लोगों को इस हत्याकांड तथा हत्यारों की गिरफ्तारी में पुलिस की विफलता से अवगत कराने और मृतक के परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए एकजुट करने की अपील की. कहा कि आखिर क्या मजबूरी है कि घटना के दस दिन गुजर जाने के बावजूद पुलिस ग्यारह में से एक भी हत्यारे को गिरफ्तार नहीं कर रही है. सांसद-विधायक के पास शादी में शामिल होने का समय है, लेकिन उनके क्षेत्र में आम जनता की हत्या पर कुछ नहीं बोल पाते हैं. सवाल किया कि हत्यारों को कहीं राजनीतिक संरक्षण तो नहीं मिल रहा है. कहा कि धनवार पुलिस आम लोगों को सुरक्षा देने में विफल साबित हुई है. ऐसे में इंसाफ के लिए आम जनता को खुद से प्रयास करना पड़ेगा. कहा कि 12 को हजारों की संख्या में जनता कारुडीह में जनाक्रोश सभा करेगी और पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए जनता की अदालत में आगे की कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा. बैठक में विनय संथालिया, रामेश्वर चौधरी, शंकर पासवान, सजरुल अंसारी, रामदेव यादव, महेंद्र यादव, उमेश दास, सुभाष यादव, बालमुकुंद यादव, नरेश यादव, सरिता देवी, सुनीता देवी, यशोदा देवी, रबुना खातून, सुखदेव राम, संतोष यादव, राजू राम, मनोज दास, अयूब अंसारी, बाली यादव, गोपाल भदानी, कारू दास आदि उपस्थित थे.
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