झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में भ्रष्टाचार चरम पर है. ब्लॉक कार्यालय, सीओ कार्यालय से लेकर अन्य सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार व्याप्त है. जब सारा श्रेय मुख्यमंत्री अपनी सरकार की उपलब्धियों का लेते हैं तो सीओ कार्यालय से लेकर सीएमओ तक जो भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है, उसकी भी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री को लेना चाहिए. उक्त बातें उन्होंने रविवार को गिरिडीह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. श्री दास ने कहा कि भाड़े पर भीड़ इकट्ठा कर राज्य सरकार खुद अपनी प्रशंसा कर रही है. लेकिन जनता के बीच इस सरकार के खिलाफ काफी आक्रोश है. कहा कि राज्य में अराजकता की स्थिति है. कहा कि झारखंड में अवैध धंधा करने वालों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है. बालू, कोयला व जमीन का अवैध कारोबार चल रहा है. अवैध रूप से जंगल की कटाई हो रही है. जमीन हड़पो अभियान गिरिडीह से लेकर पूरे राज्य में चल रहा है. जनता के साथ राज्य सरकार ने जो वादा किया उसे पूरा नहीं किया गया है. इस राज्य में अघोषित वित्तीय संकट की स्थिति है. इसका नतीजा यह है कि पीजीटी, टीजीटी के पोस्ट को सरेंडर कर दिया गया है. विकास का कार्य ठप है. बेरोजगारों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है. कहा कि चुनाव से पूर्व इस सरकार ने 18 से 50 वर्ष की बेटियों को 2500 रुपये हर महीने देने का वादा किया था. उस समय होर्डिंग-बोर्डिंग में कोई शर्त्त नहीं था. अब शर्त लगाई जा रही है. राज्य में 70 लाख बहनें हैं. 25 से 30 लाख को पैसे दे रही है. सूचना है कि आनेवाले समय में वो भी बंद हो जायेगा.
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिवंगत बाबूल गुप्ता के परिजनों से की मुलाकात
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बाबूल प्रसाद गुप्ता के निधन पर बरवाडीह पहुंचकर शोकाकुल परिवार से मुलाकात की. इसके बाद वह कांग्रेस के पूर्व सांसद तिलकधारी प्रसाद सिंह की खराब तबियत की सूचना पर नर्सिंग होम पहुंचें. यहां पर उनके परिजनों से उनकी स्वास्थ्य की जानकारी ली. मौके पर केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, पूर्व मंत्री चंद्रमोहन प्रसाद, जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, दिनेश यादव आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

