मधुबन की कोरिया बस्ती को उजड़ने नहीं देने की मांग सहित अन्य मुद्दों को लेकर गुरुवार को माले कार्यकर्ताओं ने प्रखंड मुख्यालय परिसर में धरना दिया. वन विभाग के पूर्वी जोन के डीएफओ मनीष तिवारी से भी मोबाइल पर बात की, कहा कि अगर गरीबों की झोपडियों को उजाड़ने के लिये विभाग नोटिस दे रहा है तो अमीरों को भी नोटिस देना होगा. सचिव अशोक पासवान ने कहा कि की दलितों का जमीन लूटने नहीं देंगे. कहा कि बड़े बड़े बिल्डिंग कैसे बने, उसकी पूरा जांच हो. एक तरफ हेमंत सरकार कहती है कि जंगल में रहनेवालों को वन पट्टा दिया जायेगा, तो दूसरी तरफ वन विभाग गरीबों को उजाड़ने का काम कर रहा है. कहा कि गिरिडीह में मंत्री हैं. भर भरकर वोट मिला है. जनता उनसे सवाल करेगी कि ऐसा क्यों हो रहा है. किसान नेता पूरन महतो ने कहा कि दलितों, आदिवासियों व दबे हुए लोगों पर हमला सरकार कर रही है. वे लोग कोरिया बस्ती को उजाड़ने नहीं देंगे और वन विभाग के अफसरों और सरकार को घेरेंगे. पूरन महतो. अजीत राय व कन्हैया पांडे ने कहा कि माले के लोग कोई अत्याचार नहीं सहेंगे. राजेश सिन्हा ने कहा कि पीरटांड़ की जनता पर लगातार अफसरों और प्रतिनिधियों का कहर जारी है. धरना को समाप्त कराने अंचल अधिकारी हृषिकेष मरांडी धरनास्थल पर पहुंचे. माले नेताओं ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. सीओ ने कहा कि संबंधित विभाग को वे पत्र लिखेंगे. मौके पर आराधन तुरी, अशोक भुइयां, चिरंजीवी महतो, अमृत साव, नागेश्वर महतो, गुड़िया देवी, सोहन महतो, महरू राय, सुरेंद्र तुरी, प्रखंड सचिव मधुसूदन कोल, किशोर राय, पवन यादव, लखन कोल, भीम कोल, नुनू सिंह, चुन्नू, तबारक, संजय यादव, मीना देवी, कुसमी, रेखा, रीना, गीता, लीला, पुष्पा, रिखवा, बासमती, सुनीता, गुलाबी आदि दर्जनों महिला पुरुष शामिल थे.
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