बता दें कि गिरिडीह-डुमरी मुख्य पथ पर स्थित जलापूर्ति योजना को लेकर इंटेक वेल बनाया गया है. इसके बगल एक चेकडेम जैसा बना है. इंटेक वेल के अगल-बगल कई जगहों मे बड़े गड्ढे बन गए हैं, इसकी जानकारी लोगों को नहीं लग पाती है. यही वजह है कि इंटेक वेल के बगल में नहाने के दौरान अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. प्रकृति की खूबसूरती इस जगह से देखते ही बनती है. कल कल करती बराकर नदी है जिसके बगल आकर्षक व भव्य नंद प्रभा जैन मंदिर है. जबकि एक ओर पहाड़ और जंगल है. दूर में अंग्रेज के जमाने में बने पुल का नजारा भी दिखता है. इसी जगह में चेकडैम से नीचे जब पानी गिरता है, बेहद खूबसूरत लगता है. यही वजह है कि गिरिडीह इलाके से भी प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का आना होता है. स्थानीय लोगों ने कहा कि इस स्थान में एक बोर्ड लगा देना चाहिए जिससे अंजान लोगो को पता चल सके कि इस जगह नहाने से खतरा है.
केस स्टडी 1
विगत वर्ष मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बदडीहा निवासी एक किशोर की मौत पानी में डूबने से इसी स्थान मे हो गयी थी.
केस स्टडी 2
इसी वर्ष शीतलपुर और सिहोडीह के दो युवक गर्मी के दिन में शाम को नहाने आये थे. नहाने के दौरान एक युवक की मौत हो गयी थी.
केस स्टडी 3
मंगलवार को जमुआ प्रखंड के भिखोडीह निवासी एक युवक की मौत हो गयी.
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