समाहरणालय सभागार में गुरुवार को पैरामेडिकल स्टाफ को बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) ट्रेनिंग दी गयी. डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी रंथू महतो, डीपीएम प्रतिमा कुमारी की उपस्थिति में बताया गया कि बेसिक लाइफ सपोर्ट एक आवश्यक जीवन रक्षक कौशल है, जो आपात स्थितियों जैसे हृदय गति रुकने, दम घुटने व अन्य गंभीर परिस्थितियों में त्वरित व प्रभावी प्रतिक्रिया देने में मदद करता है. सही समय पर की गयी कार्रवाई, पेशेवर चिकित्सा सहायता पहुंचने से पहले, किसी की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. इसके तहत स्कूल व कॉलेज के छात्रों, सुरक्षा गार्डों, कर्मचारियों तथा आसपास के गांवों के समुदाय के सदस्यों को बीएलएस प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वह आपात स्थितियों में आत्मनिर्भर व सक्षम बन सकें. आपात स्थितियां कभी भी और कहीं भी उत्पन्न हो सकतीं हैं. ऐसे समय में त्वरित व सही प्रतिक्रिया जीवन बचाने में निर्णायक भूमिका निभाती है.
बीएलएस जीवन रक्षा के लिए आवश्यक
बीएलएस प्रशिक्षण न केवल लोगों को जीवन रक्षा करने में सहायता करता है, बल्कि प्रशिक्षित प्रथम प्रतिक्रिया देने वालों की संख्या बढ़ाकर समुदाय की क्षमता भी मजबूत करता है. यह आपात स्थिति व पेशेवर चिकित्सा सहायता के बीच के समय को कम करता है, जिससे जीवित बचने की संभावना बढ़ जाती है. बताया गया कि बीएलएस एक आपातकालीन चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो व्यक्तियों को गंभीर परिस्थितियों के दौरान जीवन रक्षक तकनीकों का प्रदर्शन करने के कौशल से लैस करता है. इसमें कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर), वायुमार्ग प्रबंधन, हृदय गति रुकने, दम घुटने और श्वसन संकट के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया शामिल है. बीएलएस ट्रेनिंग से पैरामेडिकल स्टाफ को आपातकालीन स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने में मदद मिलती है. बीएलएस तकनीकों का उपयोग से व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है. बीएलएस ट्रेनिंग पैरामेडिकल स्टाफ के पेशेवर विकास में योगदान करती है. मौके पर जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी बीडीओ, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, सभी ओटी अस्सिटेंट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डोरंडा, राजधनवार के सभी चिकित्सा पदाधिकारी तथा एएनएम, सभी पारा मेडिकल कर्मी समेत अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है