थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती ने पिछले दिनों नीतीश के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. कहा था कि उसकी मां ने उसकी शादी पिछले फरवरी माह में जरीडीह गांव के पूरन महतो के पुत्र नीतीश महतो के साथ तय कर दी. तिलक भी हो गया. इस दौरान आरोपी नीतीश ने मेरी मां से कहा कि हम इसे अपने साथ लंगटा बाबा कॉलेज ले जाकर परीक्षा दिलायेंगे. इसके बाद मुझे अपनी ही बाइक से हर दिन ले जाता था, और फिर घर में लाकर छोड़ देता था. परीक्षा के अंतिम दिन नीतीश ने मुझसे यह कहा कि अब तुम मेरी पत्नी हो गयी हो. इसके बाद चोरपोको के जंगल में शारीरिक सबंध बना लिया. मेरी मां ने दहेज के रूप में तीन लाख से अधिक रुपये लड़के के पिता को दे दिया. जब शादी की लग्न शुरू हुआ, तो लड़के वाले शादी करने से कतराने लगे और तरह-तरह के आरोप मढ़ने लगे. मामला दर्ज होने की खबर सुनकर आरोपी नीतीश आंध्रप्रदेश भाग गया. पुलिस की लगातार उसके घर पर छापेमारी करती रही. इधर, वह अपने घर आया और अपने परिजनों को अन्य जगह पर भगाकर ले जाने की योजना बनाने लगा. इसकी सूचना थाना प्रभारी को मिली, तो पुलिसकर्मियों ने उसके घर को घेर लिया. आरोपी छत पर चढ़कर भागने का प्रयास भी किया, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ कर सोमवार को जेल भेज दिया.
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