बेंच-डेस्क के अभाव में जमीन पर बैठकर पढ़ते हैं बच्चे
मध्य विद्यालय के शिक्षक की नौवीं व दसवीं के बच्चों को पढ़ाते हैं
सरिया प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय नावाडीह में कक्षा एक से लेकर कक्षा 10 तक की पढ़ाई होती है. इसमें वर्तमान में 495 विद्यार्थी नामांकित हैं, जबकि सत्र 2025-26 के लिए नामांकन जारी है. उक्त बातों की जानकारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक रमेश प्रसाद वर्मा ने दी. उन्होंने बताया कि मध्य विद्यालय के लिए शिक्षकों की स्वीकृत इकाई छह है, लेकिन वर्तमान में यहां सरकारी शिक्षक चार तथा सहायक अध्यापक दो कार्यरत हैं. वर्ष 2024 में मध्य विद्यालय नावाडीह को उच्च विद्यालय में उत्क्रमित किया गया.विद्यालय उत्क्रमित होने के बाद नहीं हुई शिक्षकों की पदस्थापनानौवीं तथा दसवीं कक्षा की पढ़ाई आरंभ हुई, लेकिन उच्च विद्यालय के लिए आज तक शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई है. इसका परिणाम यह है कि मध्य विद्यालय के शिक्षक ही उच्च विद्यालय के छात्रों को शिक्षा दे रहे हैं. प्रधानाध्यापक श्री वर्मा ने बताया कि विद्यालय की दो एकड़ जमीन है. इसके परिसर में बच्चों को अध्ययन के लिए मात्र आठ कमरे हैं. छात्र तथा छात्राओं के लिए अलग-अलग छह शौचालय हैं. विद्यालय के तीन ओर बाउंड्री वॉल है, जबकि एक ओर खुला हुआ है. विद्यालय में पेयजल की पर्याप्त सुविधा है तथा हैंडवॉश यूनिट भी लगा हुआ है. कंप्यूटर शिक्षा के लिए विद्यालय में आइसीटी लैब तथा एक शिक्षक हैं. बिजली की भी सुविधा है. लेकिन, किचन शेड नहीं रहने के कारण रसोइया विद्यालय के बरामदे में मध्याह्न भोजन बनाती हैं. बेंच डेस्क की कमी के कारण नौवीं कक्षा को छोड़कर शेष बच्चे जमीन पर बैठते हैं. शिक्षक तथा कक्षा की कमी के कारण संयुक्त रूप से कक्षाएं संचालित की जाती हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है.
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