गढ़वा. जीएन कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस को लेकर तिरंगा निर्माण यात्रा पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. विद्यालय के निदेशक सह शिक्षाविद् मदन प्रसाद केसरी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि तिरंगा केवल तीन रंगों का संगम नहीं, बल्कि यह भारत की एकता, शांति, समृद्धि और विकास का प्रतीक है. उन्होंने बताया कि इसकी अभिकल्पना पिंगली वेंकैया ने की थी और इसे 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने अपनाया था. ध्वज में सबसे ऊपर केसरिया रंग ताकत और साहस का, बीच में सफेद रंग शांति और सत्य का, तथा नीचे हरा रंग विकास और उर्वरता का प्रतीक है. सफेद पट्टी के मध्य स्थित गहरे नीले रंग का 24 तीलियों वाला अशोक चक्र भारत की निरंतर प्रगति को दर्शाता है. कार्यक्रम का संचालन उपप्राचार्य बसंत ठाकुर ने व धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक संतोष प्रसाद ने किया. इस अवसर पर शिक्षक वीरेन्द्र साह, कृष्ण कुमार, खुर्शीद आलम, मुकेश भारती, विकास कुमार, दिनेश कुमार, नीरा शर्मा, नीलम कुमारी, सुनीता कुमारी, सरिता दुबे, शिवानी कुमारी, रागिनी कुमारी, चंदा कुमारी, ऋषभ श्रीवास्तव और पूजा प्रकाश सहित कई शिक्षकों व स्टाफ की भूमिका सराहनीय रही.
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