बर्खास्तगी वापस नहीं लेने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे मनरेगा कर्मी प्रतिनिधि, गढ़वा झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ की गढ़वा जिला इकाई की बैठक रविवार को गोविंद प्लस टू विद्यालय परिसर में आयोजित की गयी. बैठक में जिले के सभी प्रखंडों से बड़ी संख्या में मनरेगा कर्मी शामिल हुए. कार्यक्रम में प्रदेश संरक्षक देवेंद्र उपाध्याय , प्रदेश उपाध्यक्ष विकास पांडेय, पलामू जिलाध्यक्ष पंकज सिंह सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे. बैठक में हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा मनरेगा कर्मियों की बर्खास्तगी की कार्रवाई पर गंभीर चर्चा की गयी और इसके विरोध में व्यापक आंदोलन की रणनीति तैयार की गयी. निर्णय लिया गया कि सोमवार को जिलेभर के मनरेगा कर्मचारी गढ़वा समाहरणालय में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करेंगे और उपायुक्त को ज्ञापन सौंपेंगे. साथ ही प्रशासन को एक सप्ताह की मोहलत देते हुए चेतावनी दी गयी कि यदि सभी बर्खास्त कर्मियों को बहाल नहीं किया गया, तो 6 दिसंबर से कार्य बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जायेगी. इस अवधि में सभी कर्मी काला बिल्ला लगाकर विरोध दर्ज करायेंगे. बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अभिमन्यु तिवारी ने की. पूरा प्रदेश गढ़वा के साथ खड़ा होगाः देवेंद्र उपाध्याय प्रदेश संरक्षक देवेंद्र उपाध्याय ने कहा कि मनरेगा कर्मी पिछले 18 वर्षों से निष्ठापूर्वक कार्य कर रहे हैं. बिना सुनवाई और बिना न्यायिक प्रक्रिया के बर्खास्त करना पूरी तरह अन्यायपूर्ण है. यदि सेवा बहाल नहीं की गयी, तो गढ़वा के समर्थन में पूरे झारखंड के मनरेगा कर्मी हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे. प्रदेश उपाध्यक्ष विकास पांडेय ने कहा कि एक ही मामले में धन वसूली, प्राथमिकी और बर्खास्तगी तीनों कार्रवाई एक साथ न्यायसंगत नहीं है. यह प्रशासन की निष्पक्षता पर प्रश्न खड़ा करता है. पलामू जिलाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा कि बिना स्पष्टीकरण और जांच के बर्खास्तगी अलोकतांत्रिक है. यदि सेवा वापसी नहीं हुई तो प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा. अंत में जिलाध्यक्ष अभिमन्यु तिवारी ने सभी कर्मियों से तन-मन-धन से आंदोलन को सफल बनाने की अपील की. बैठक में ग्राम रोजगार सेवक, लेखा सहायक, कंप्यूटर सहायक, कनिष्ठ अभियंता, सहायक अभियंता और प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी उपस्थित थे.
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