प्रतिनिधि, भंडरिया भंडरिया प्रखंड कार्यालय परिसर में सरकारी योजना के तहत दो वर्ष पहले बने शौचालय का आज तक उपयोग शुरू नहीं हो सका है. निर्माण के बाद से ही उस पर ताला लटक रहा है. विडंबना यह है कि परिसर और आसपास के क्षेत्र में अन्य कोई सार्वजनिक शौचालय भी उपलब्ध नहीं है. इस स्थिति से कार्यालय में आने-जाने वाले महिला-पुरुष, ग्रामीण और राहगीर भारी असुविधा झेल रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि लाखों रुपये खर्च कर शौचालय बनाया गया, लेकिन अब तक शुरू नहीं होने से यह सिर्फ पैसे की बर्बादी साबित हो रहा है. प्रतिदिन प्रखंड कार्यालय में सैकड़ों लोग काम के लिए पहुंचते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल होती हैं. शौचालय सुविधा नहीं होने के कारण उन्हें काफी परेशानी होती है. कई बार दूरदराज से आने वाले ग्रामीणों को मजबूरन खुले में शौच जाना पड़ता है, जिससे स्वच्छ भारत मिशन की हकीकत पर सवाल उठता है. राहगीरों ने भी शिकायत की है कि मुख्य सड़क और आसपास के इलाके में सार्वजनिक शौचालय न होने के कारण विशेषकर महिलाओं और बुजुर्गों को सबसे अधिक दिक्कत होती है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और प्रखंड पदाधिकारी से मांग की है कि शौचालय को शीघ्र चालू कराया जाये और नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
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