रमकंडा. ठगी के लिए साइबर ठग नये-नये हथकंडे अपना रहे हैं. पहले फिंगरप्रिंट के जरिये ठगी होती थी, लेकिन ताजा मामले में ठगों ने आइरिस स्कैन (आंख की पुतली स्कैन) का सहारा लेकर महिला के बैंक खाते से 9900 उड़ा लिये. रमकंडा प्रखंड के बिराजपुर गांव में निवासी स्व जगनारायण सिंह की पत्नी कालो देवी को पीएम किसान योजना का लाभ दिलाने के बहाने ठगों ने ठग लिया. पीड़िता ने बताया कि बीते शुक्रवार को एक अनजान युवक गांव पहुंचा और उनसे आधार कार्ड मांगा और उसके आंखों (आइरिस) की तस्वीर लेकर चला गया. इसी प्रक्रिया के जरिये कालो देवी के बैंक खाते से 9900 रुपये की निकासी कर ली. साथ ही ठग ने महिला का आधार कार्ड लौटाते हुए कहा कि सात सितंबर को पंचायत भवन पर कागजात लेकर पहुंचने को कहा. रविवार को जब कालो देवी जब कस्टमर सर्विस सेंटर (सीएससी) से पैसे निकालने गयी, तब इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ. उन्होंने बताया कि बेटे की शादी के लिए उसने स्वयं सहायता समूह से लोन लेकर खाते में पैसे जमा किये थे. कालो देवी ने बैंक से जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. अनजान व्यक्ति को निजी दस्तावेज न दें: थाना प्रभारी रमकंडा थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह कुंटिया ने ग्रामीणों से अपील किसी भी अनजान व्यक्ति को निजी दस्तावेज नहीं देने और संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को देने की अपील की है, ताकी पुलिस जांच कर कार्रवाई कर सके. गांव में हुई इस घटना से लोगों में आक्रोश और भय दोनों है. ग्रामीणों ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है.
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