राज्य स्थापना दिवस पर पूर्व मंत्री मिथिलेश ने किया शिबू सोरेन को याद प्रतिनिधि, गढ़वा पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने झारखंड के स्थापना दिवस पर अपने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट किया. स्थापना दिवस के मौके पर किये गये पोस्ट में पूर्व मंत्री ने लिखा कि झारखंड पहली बार अपना स्थापना दिवस उस महान आत्मा के बिना मना रहा है, जिसने इस माटी की पहचान को जन्म दिया, उसके अधिकार को आवाज दी और उसके भविष्य को दिशा दी. आज दिशोम गुरु की स्मृतियां हवा में घुली हैं और पहाड़ों की खामोशी में बसी है. पूर्व मंत्री ने लिखा हैं कि गुरुजी का संघर्ष सिर्फ राजनीतिक आंदोलन नहीं था… वह था झारखंड के अस्तित्व, अस्मिता और सम्मान के लिए एक आजन्म तपस्या. उनकी लड़ाई ने हजारों सपनों को उम्मीद दी और आज उन्हीं उम्मीदों से यह राज्य खड़ा हुआ. आज झारखंड स्थापना दिवस हमें उनकी अनगिनत यातनाओं, त्याग और उस अटल विश्वास की याद दिलाता है कि झारखंड का भविष्य उज्ज्वल होगा, जब उसकी धरती का बेटा-बेटी सम्मान के साथ जियेगा. स्थापना दिवस पर हम सब उनके दिखाये रास्ते पर चलने, उनके अधूरे सपनों को पूरा करने और झारखंड को न्याय, विकास और स्वाभिमान की नयी ऊंचाइयों तक ले जाने का संकल्प दोहराते हैं. झारखंड स्थापना दिवस पर झारखंड के शिल्पी दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी को विनम्र श्रद्धांजलि.
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