प्रतिनिधि, भंडरिया प्रखंड स्तरीय कृषक उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड (एफपीओ) कार्यालय में शुक्रवार को विशेष बैठक आयोजित की गयी. इसमें रांची से झारखंड राज्य सहकारी बैंक (जेएससीबी) के सीबीबीओ अंकित कुमार सिन्हा शामिल हुए. उन्होंने किसानों को एफपीओ से जुड़ने के लाभ और भविष्य की संभावनाओं की विस्तृत जानकारी दी. अंकित सिन्हा ने कहा कि एफपीओ किसानों के लिए सामूहिक शक्ति का माध्यम है. जब किसान संगठित होकर खेती और विपणन करते हैं तो उन्हें उचित मूल्य मिलता है, लागत घटती है और आधुनिक तकनीक का लाभ लेना आसान हो जाता है. छोटे किसानों को अक्सर बाजार में उचित दाम नहीं मिल पाता, लेकिन एफपीओ से जुड़ने पर उनकी सौदेबाजी की क्षमता बढ़ती है और वे बड़े बाजार तक अपनी उपज पहुंचा सकते हैं. बैठक में किसानों को कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी), जीएसटी, ओएनडीसी, जेम, ई-नाम, बीज लाइसेंस और इक्विटी अनुदान की जानकारी दी गयी. उन्होंने कहा कि यदि किसान एफपीओ के माध्यम से इन पंजीकरणों और लाइसेंस को पूरा करें तो उनकी आय कई गुना बढ़ सकती है. उन्होंने खास तौर पर मार्केटिंग लिंकज पर जोर देते हुए बताया कि सरकारी एजेंसियों और निजी कंपनियों से जुड़कर किसान अपनी उपज का बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकते हैं. कार्यक्रम में किसानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और सवाल पूछे. उन्होंने कहा कि अब तक वे अपनी उपज केवल स्थानीय बाजार में बेचते थे, लेकिन एफपीओ से जुड़ने के बाद बड़े बाजार तक पहुंच बन सकेगी. इससे न केवल उनकी आय बढ़ेगी बल्कि कृषि में आत्मनिर्भरता भी आयेगी.
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