प्रतिनिधि, मझिआंव प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों धान खरीद करने के लिए बिचौलिये सक्रीय हैं. वे गांवों में घूम घूम कर औने पौने दाम पर धान की खरीद कर रहे हैं. धान क्रय केंद्र नहीं खुलने के कारण किसान मजबूरन बिचौलियों को औने-पौने दाम दाम पर धान बेचने के लिए विवश हो रहे हैं. इसी समस्या को लेकर सरकारी व्यवस्था से नाराज आधा दर्जन गांव के किसानों की बैठक शनिवार को देर शाम भुसुआ गांव स्थित तुफैल अहमद खान के आवास में हुई. बैठक की अध्यक्षता विंदेश्वरी पाल ने की. बैठक में किसानों ने सरकार के कार्यकलाप की निंदा की और कहा गया कि क्रय केंद्र नहीं खोलकर सरकार अप्रत्यक्ष रूप से बिचौलियों की मदद कर रही है. सरकार के इसी रवैये के कारण बिचौलिये किसानों से औने-पौने मूल्यों पर धान खरीद रहे हैं. इस तरह से किसानों की मजबूरियों का फायदा बिचौलिये उठा रहे हैं. किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि आगामी नौ दिसंबर तक धान क्रय केंद्र नहीं खुलता है, हर किसान के आधार कार्ड से धान खरीदी नहीं होती है और खजुरी पंचायत में भुसुआ, आमर, बिरबंधा व खजुरी गांव को मझिआंव नगर पंचायत से अलग करने का मांग पूरी नहीं हुई, तो वे सभी 10 दिसंबर को प्रखंड क्षेत्र के किसान, मजदूर व ग्रामीणों के साथ मिलकर प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष धरना देंगे. इस संबंध में बीडीओ सह सीओ कनक ने बताया कि उपरोक्त गांवों को नगर पंचायत से अलग करने के लिए सरकार को पत्र भेजा गया है. जबकि धान क्रय केंद्र खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बारे में बैठक हुई है, लेकिन अब तक तिथि का निर्धारण नहीं हुआ है. बैठक में पाल व अंसारी टोला के किसानों में मुख्य रूप से पूर्व वार्ड पार्षद इबरार खान, रोस्तम अंसारी, मुस्लिम अंसारी, सादम अंसारी, आजाद अंसारी, नसीमुद्दीन अंसारी, अहमद अंसारी, मो नेजाम अंसारी, मो कलिम अंसारी, अवधेश पाल, सुरेश पाल, शर्मा पाल, दयानंद पाल, मो हसीन अहमद आदि मौजूद थे.
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