खेतों में लगी धान की फसल गिरने से अंकुरित होने का खतरा, किसान परेशान
बारिश का असर केवल धान पर ही नहीं, बल्कि रबी फसलों पर भी पड़ा है. किसानों के अनुसार, चना, अरहर, आलू और सब्जी की फसल भी प्रभावित हुई हैं. चना की फसल में नमी से पौधे पीले पड़ने लगे हैं, जबकि अरहर की फसल सूखने की कगार पर है. सब्जियों में फफूंद रोग बढ़ने की संभावना जतायी जा रही है.
कृषि विभाग के अनुसार इस वर्ष 55 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गयी थी. अच्छी मानसूनी वर्षा के कारण किसान उत्साहित थे, लेकिन अब बेमौसम बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है और उनके माथे पर चिंता की लकीरें गहराने लगी हैं.
धान की फसल को हुआ है नुकसान : ब्रजेश तिवारी गढ़वा प्रखंड के करूआ कला गांव निवासी प्रगतिशील किसान ब्रजेश तिवारी ने कहा कि मोथा के कारण धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है. खेतों में लगी धान की फसल गिर गयी है, जिससे उनके अंकुरित होने की संभावना बढ़ गयी है. वहीं खेतों में काटकर छोड़े गये धान के सड़ने और काला होने की संभावना से किसान चिंतित हैं.आज से बारिश खुलने की संभावना है : राजीव कुमार
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक राजीव कुमार ने बताया कि इस बारिश से धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन शनिवार से बारिश खुलने की संभावना है. ऐसे में किसानों को खेत में पककर तैयार धान को कटवाना होगा और काटकर रखी गयी फसल को सुखाना होगा. उन्होंने कहा कि बारिश के कारण सब्जी की फसल में फफुंद लगने की संभावना है. ऐसे में किसान करवांडा जिंक 50 प्रतिशत डब्ल्यूपी दो ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर सब्जियों पर छिड़काव करे सकते हैं. इससे उन्हें लाभ मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

