धुरकी-नगर मार्ग पर 18 किलोमीटर लंबी सड़क का होना था निर्माण अनूप जायसवाल, धुरकी (गढ़वा) धुरकी. पथ निर्माण विभाग द्वारा धुरकी–नगर मार्ग पर करायी जा रही लगभग 18 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण पांच साल बाद भी अधूरा पड़ा है. वर्ष 2019 में झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राजकीय बंशीधर महोत्सव के दौरान 95 करोड़ रुपये की लागत से इस सड़क का शिलान्यास किया था, लेकिन आज तक कार्य धीमी गति से चल रही है. चार साल से ठप पड़ा है पुल निर्माण का कार्यइस योजना का ठेका एनजी कंपनी को मिला था. सड़क के साथ-साथ कई पुल-पुलिया का निर्माण भी प्रस्तावित था, लेकिन पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क अधूरी और कई जगह जर्जर अवस्था में है. सबसे बड़ी लापरवाही सारीदाहा नदी पर बन रहे पुल में देखने को मिल रही है, जिसका कार्य पिछले चार सालों से ठप पड़ा है. पुल निर्माण में उपयोग किये गये सरिये अब खुले में जंग खा रहे हैं , जिससे उसकी गुणवत्ता और मजबूती पर गंभीर सवाल खड़े हो गये हैं. जनता में आक्रोश, विभाग ने साधी चुप्पी सड़क और पुल-पुलिया अधूरा रहने से धुरकी–नगर मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. बरसात के मौसम में पानी भरने और रास्ता अवरुद्ध होने से यात्रियों की आवाजाही बाधित हो जाती है. इस संबंध में विभागीय अभियंता सतीश कुजूर से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. उधर, सड़क की बदहाली को लेकर स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है. लोगों का कहना है कि यदि जल्द कार्य पूरा नहीं हुआ तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे.
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