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मशीन का प्रयोग हुआ, तो होगी कार्रवाई
मनरेगा आयुक्त ने योजनाओं की समीक्षा की मेदिनीनगर : सोमवार को राज्य के मनरेगा आयुक्त श्रीकांत त्रिपाठी ने पलामू में मनरेगा की योजनाओं की समीक्षा की. कहा कि इस बार पलामू में 14 हजार डोभा का निर्माण होना है. डोभा स्थल के चयन में कोई गड़बड़ी न हो. इसे सुनिश्चत करने को कहा गया है. […]
मनरेगा आयुक्त ने योजनाओं की समीक्षा की
मेदिनीनगर : सोमवार को राज्य के मनरेगा आयुक्त श्रीकांत त्रिपाठी ने पलामू में मनरेगा की योजनाओं की समीक्षा की. कहा कि इस बार पलामू में 14 हजार डोभा का निर्माण होना है.
डोभा स्थल के चयन में कोई गड़बड़ी न हो. इसे सुनिश्चत करने को कहा गया है. डीआरडीए सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मनरेगा की योजनाओं मे किसी भी परिस्थिति में मशीन का प्रयोग न हो, इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए. यदि कहीं से मशीन का प्रयोग करने की सूचना मिली, तो जांच करायी जायेगी. यदि जांच में मशीन के प्रयोग की पुष्टि हुई, तो इसके लिए दोषी लोगों पर कार्रवाई होगी. मनरेगा आयुक्त ने कहा कि पहले पोस्ट अॉफिस के माध्यम से मनरेगा के निबंधित मजदूरों की मजदूरी का भुगतान किया जाता था, जिससे मजदूरों को सही समय पर मजदूरी नहीं मिल पाती थी. इसके साथ ही बिचौलिया भी हावी थे. इस शिकायत के बाद विभाग ने कार्रवाई करते हुए पोस्ट अॉफिस के सभी खातों को बंद कर बैंक में खाता खोलने का काम किया गया.
पहले काम डिमांड कोई करता, मास्टर रोल मे किसी दूसरे मजदूर का नाम होता था और मजदूरी किसी और के नाम पर भुगतान दूसरे के नाम पर निकलता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. डिमांड करने वाले ही लोगों का नाम मास्टर रोल में रहेगा, तभी भुगतान होगा. मनरेगा आयुक्त ने स्पष्ट किया कि यदि मनरेगा में गड़बड़ी पायी गयी, तो इसमें जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. मुखिया गड़बड़ी करेंगे, तो उनका वित्तीय अधिकार भी जब्त किया जायेगा. पुराने मेठों द्वारा गड़बड़ी की जा रही थी. इसे देखते हुए पुराने सभी मेठों को बदल दिया गया. पूरे राज्य में 52 हजार नये मेठों को प्रशिक्षित किया गया है. अब जो भी डोभा का निर्माण होगा, उसमें मजदूर ही काम करेंगे.
मनरेगा के जो भी अधूरे योजना है, उसे पूरा किया जायेगा. मनरेगा आयुक्त श्री त्रिपाठी ने स्वीकार किया कि अभी भी 20 प्रतिशत कार्य में त्रुटि है, लेकिन निरंतर प्रयास से 80 प्रतिशत गड़बड़ी में सुधार भी हुआ है. जो दोषी है, उन्हें दंडित भी किया गया है. बैठक में कहा गया कि डोभा के जो कार्य होंगे, उन्हें बरसात के पहले पूर्ण करना है. गौरतलब है कि पिछले साल बरसात के पहले 7000 डोभा का निर्माण हुआ था. इस साल 14 हजार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. बैठक में पलामू उपायुक्त अमीत कुमार, डीडीसी रविशंकर वर्मा, लोकपाल मुरारी झा, डीआरडीए के निदेशक हैदर अली सहित अन्य लोग मौजूद थे.
सतबरवा : राज्य के मनरेगा आयुक्त श्रीकांत त्रिपाठी ने सतबरवा प्रखंड के पोंची पंचायत के हलुमांड तथा मानासोती गांव में चल रहे डोभा निर्माण कार्य का स्थल निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होने गांव के लाभुक वीरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, शिवकुमार सिंह व प्रेम सिंह के खेत में बने डोभा निर्माण कार्य का निरीक्षण किया.वहीं प्रेम सिंह के खेत में बने तालाब निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया.
निरीक्षण के बाद आयुक्त ने कहा कि डोभा निर्माण कार्य में अनियमितता किसी कीमत पर बरदाश्त नहीं की जायेगी. यह सरकार की बहुद्देशीय योजना है. उन्होंने कहा कि जिस गांव में पांच डोभा का निर्माण हो जायेगा. उस गांव में एक कूप निर्माण कार्य का करवाया जायेगा, ताकि क्षेत्र का जल स्तर ऊंचा बना रहे. उन्होंने कहा कि मनरेगा मैं लापरवाही बरदाश्त नहीं होगी. मनरेगा में नियमावली के अनुसार कार्य हो, ताकि मजदूरों का पलायन तथा बेरोजगारी को दूर किया जा सके.
इस दौरान कई मजदूरों ने भुगतान का भी आरोप लगाया. जिस पर श्री त्रिपाठी ने बीडीओ प्रताप टोप्पो को एक सप्ताह के अंदर भुगतान करने का आदेश दिया. श्री त्रिपाठी ने डोभा निर्माण कार्य को बंद होने पर नाराजगी व्यक्त की.उन्होने संबंधित लोगों को फटकार लगायी. प्रेम सिंह नामक व्यक्ति के डोभा देख कर काफी खुशी व्यक्त किया. इस मौके पर पलामू के डीडीसी रवि शंकर वर्मा, मनरेगा लोकपाल मुरारी झा, मुखिया जयंती देवी, पंचायत सेवक उमेश चंद्र झा ,बीपीओ नीती सिन्हा, रोजगार सेवक पुरुषोत्तम कुमार, सीएफटी के दीप्ति ओझा सहित कई लोग मौजूद थे.
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