कांडी : विधवा अंती कुंवर पिछले दो साल से पेंशन के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रही है़ उसे दिसंबर 2014 के बाद पेंशन नहीं मिला है़ इसके पूर्व उसे पेंशन मिलती थी. उक्त महिला ने बताया कि दो साल से वह पोस्ट ऑफिस, प्रज्ञा केंद्र, पंचायत व प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाकर परेशान हो चुकी है़ जानकारी लेने पर मालूम हुआ कि पेंशन सूची में उसका नाम ही नहीं है़
उसने बताया कि वह हमेशा बीमार रहती है़ पैसे के अभाव में इलाज नहीं करा पा रही है़ उसे कई वर्षों से पेट की पुरानी बीमारी है़ पहले पेंशन मिलती थी, तो उससे दवा लेती थी, लेकिन अब वह भी बंद हो गयी है़ अंती कुंवर को पहले डाकघर से पेंशन मिलती थी. इसके बाद उसे बैंक में खाता खोलवाने को कहा गया़ तब उसने सीएसपी केंद्र में खाता खोलवाकर कागजात भी जमा किये, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला़ बीस सूत्री अध्यक्ष ने कहा कि सरकारी कर्मचारी सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. बंद व बाधित पेंशन को चालू कराने को लेकर अभियान चलाया गया है़