उन्होंने कहा कि राज्य का कोई भी मुख्यमंत्री आखिर झूठा शिलान्यास कैसे कर सकता है़ उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की ही देन है कि पलामू पूरी तरह से हटिया ग्रिड से जुड़ा़ लेकिन मात्र 14 माह की सरकार समय के अभाव के कारण बहुत सी योजनाओं का निर्माण चाहकर भी नहीं कर सकी़ जिलाध्यक्ष ने कहा कि छोटा-सा पावर ग्रिड का शिलान्यास कर भानु प्रताप शाही फूले नहीं समा रहे हैं. जबकि उन्हें पता होना चाहिए कि किसी ग्रिड से बिजली का उत्पादन नहीं होता है़ इसके लिये पावर प्लांट की जरूरत होती है़
उन्होंने सवाल किया कि वर्ष 2001 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भागोडीह के इसी भूमि पर पॉलीटेक्निक कॉलेज का शिलान्यास किया था, आखिर वे किस पार्टी के मुख्यमंत्री थे और 29 अगस्त को जो शिलान्यास किया गया, उसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास किस पार्टी के थे़ झामुमो जिलाध्यक्ष ने इस बात की भी निंदा की कि वे सभास्थल पर झामुमो के कुछ नेताओं को खोज रहे थे़ जबकि उन्हें पता होना चाहिए कि विरोधी दल के किसी भी पार्टी में दूसरा विराधी दल नहीं जाता है़ सिर्फ यह काम भानु प्रताप शाही का ही है़ शाही का किसी भी दल के कार्यक्रम में बिना नेवता के घुस जाना उनकी पुरानी आदत है़ उन्होंने श्री शाही द्वारा झाविमो नेता को पिटवाने की भी बात की भी कड़ी निंदा की.