गढ़वा: बिहार के पटना से भागे हुए दो नाबालिग बच्चे समाजसेवी विजय कुमार केसरी के प्रयास से अपने परिवार से मिलनेवाले है़ं पटना के मीठापुर निवासी जन्मेजय ठाकुर के 11 वर्षीय पुत्र रवीश कुमार व परमाणु मालाकार के 12 साल पुत्र आकाशदीप गुरुवार की शाम को अपने-अपने घर से भागे थे़ दोनों पटना से गढ़वा […]
गढ़वा: बिहार के पटना से भागे हुए दो नाबालिग बच्चे समाजसेवी विजय कुमार केसरी के प्रयास से अपने परिवार से मिलनेवाले है़ं पटना के मीठापुर निवासी जन्मेजय ठाकुर के 11 वर्षीय पुत्र रवीश कुमार व परमाणु मालाकार के 12 साल पुत्र आकाशदीप गुरुवार की शाम को अपने-अपने घर से भागे थे़ दोनों पटना से गढ़वा टाउन स्टेशन होकर चोपन तक जानेवाली ट्रेन में बैठ गये थे और आज अहले सुबह गढ़वा स्टेशन पर उतरने के बाद शहर में भटक रहे थे़.
दोनों के कंधे पर स्कूल बैग टंगा हुआ था़ काफी भटकने के बाद भूख लगने पर सुबह करीब आठ बजे वे रोने लगे, तभी गढ़देवी मंदिर के पास स्थित लिट्टी दुकानदार रंजीत सरदार की नजर इन पर पड़ी और उन्होंने दोनों को अपने पास बुला कर नाश्ता कराया तथा समाजसेवी विजय कुमार केसरी को उनके बारे में पता लगाने के लिए सौंप दिया़.
जायंटस इंटरनेशनल कमेटी के सदस्य विजय कुमार केसरी ने दोनों बच्चों से प्रेमपूर्वक पूरी जानकारी ली और उनके माता-पिता तक पहुंचने के लिए दोनों का फोटो लेकर वाट्सअप के माध्यम से अपने पिता सह पूर्व मंत्री रामचंद्र केसरी के पूर्व आप्त सचिव संजीव केसरी को प्रेसित किया़ इसके पश्चात संजीव केसरी बच्चों के स्कूल गये और वहां से उनके अभिभावकों का मोबाइल नंबर लेकर उनसे संपर्क स्थापित किया़ संपर्क होने के बाद दोनों के अभिभावक भागे-भागे स्कूल पहुंचे और विजय केसरी के माध्यम से बच्चों से बात की़ इसके पश्चात दोनों बच्चों को विजय केसरी ने अपने घर में रखकर संध्या में गढ़वा थाना को सुपुर्द कराया़, जहां से डीएसपी संदीप कुमार गुप्ता के माध्यम से बाल संरक्षण आयोग गढ़वा को सुपुर्द किया गया़ .
पिता की मारपीट से तंग आकर भागे थे दोनों बच्चे
रविश कुमार दयानंद उवि मिठापुर तथा आकाशदीप मॉडल संत जेवियर्स जूनियर स्कूल गोरेयामठ में छठी कक्षा में पढ़ते हैं. दोनों के परिवार पड़ोसी हैं. गुरुवार को दोनों बच्चों ने मिलकर मुंबई जाने व वहां काम करने की नियत से एक साथ भागने की योजना बनायी थी़ बच्चों ने पूछताछ में बताया कि उनके पिता उनके साथ मारपीट व डांट-फटकार किया करते थे़ इस वजह से उन्होंने भागने की योजना बनायी थी़ लेकिन अब उन्हें समझ में आ रहा है कि उन्होंने गलत किया है़ वे अब घर जाना चाहते हैं. इधर दोनों के अभिभावक गढ़वा आने के लिए चल दिये हैं. वे कल सुबह दोनों बच्चों को सीडब्लूसी से लेकर अपने घर जायेंगे़ समाजसेवी विजय कुमार केसरी ने बताया कि दोनों बच्चों के गुमशुदगी का मामला मीठापुर में दर्ज करा दिया गया है़