घाटशिला.
पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला प्रखंड में इस वर्ष धान खरीद के लिए दो केंद्र बढ़ाये गये हैं. पिछले वर्ष 5 लैंपसों में करीब 30 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई थी. हालांकि, झारखंड सरकार की घोषणा के बावजूद तैयारी अधूरी रहने के कारण पहले दिन सोमवार को एक भी धान क्रय केंद्र नहीं खोला जा सका. सीसीटीवी कैमरा की व्यवस्था और लैंपसों का राइस मिल से एग्रीमेंट नहीं होने के कारण परेशानी हुई है. इस वर्ष छह लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य : घाटशिला क्षेत्र के किसान लैंपस और सहकारिता कार्यालय पहुंचे. पदाधिकारियों से जानकारी ली. घाटशिला प्रखंड के बीसीओ जितेंद्र भगत ने बताया कि वर्ष 2024 में पूरे जिले में 6 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित था. वर्ष 2025 में लक्ष्य 6 लाख क्विंटल रखा गया है. पिछले वर्ष घाटशिला लैंपस में 16 हजार क्विंटल, महुलिया में 9 हजार क्विंटल, बड़ाजुड़ी में 3 हजार क्विंटल, गंधनिया में 1 हजार क्विंटल तथा अन्य लैंपसों में लगभग 500 क्विंटल धान की खरीदी हुई थी. इस वर्ष भादुआ और बाकी में दो नये लैंपस में केंद्र खोले गये हैं.कागजी प्रक्रिया चल रही है, धान खरीदी जल्द
बीसीओ ने बताया कि जिन लैंपसों में धान खरीदी होगी, वहां सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य है. पीओएस मशीन सभी लैंपसों को उपलब्ध करा दी गयी है. सीसीटीवी कैमरा की खरीदी को लेकर प्रक्रिया जारी है. पहले सरकार राइस मिल से समझौता करती है, इसके बाद लैंपस और राइस मिल के बीच एग्रीमेंट होता है. कागजी प्रक्रिया चल रही है. जल्द ही धान खरीदी शुरू कर दी जायेगी.
नये किसानों को लैंपस से जोड़ने की प्रक्रिया जटिल
नये किसानों के लिए प्रक्रिया थोड़ी जटिल है. उन्हें पहले कर्मचारी के माध्यम से दस्तावेज जमा कर अंचल कार्यालय के सीआइ से ऑनलाइन आवेदन कराना होगा. इसके बाद सीओ की स्वीकृति और जिला आपूर्ति कार्यालय से अनुमोदन मिलने के बाद वे संबंधित लैंपस में धान दे सकेंगे. जो किसान पहले से लैंपस से जुड़े हैं, उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी. चेंगजोड़ा के लोबिन सिंह कई किसानों के साथ घाटशिला सहकारिता कार्यालय पहुंचे और पदाधिकारियों से धान खरीदी की स्थिति की जानकारी ली.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

