गालूडीह.
सुवर्णरेखा परियोजना के गालूडीह बराज में सैर-सपाटे को लेकर पश्चिम बंगाल के पर्यटक पहुंचने लगे हैं. आस-पास के लोग भी परिवार-बच्चों के साथ पिकनिक मनाने के लिये पहुंच रहे हैं. इस डैम के आस-पास साफ-सफाई का घोर अभाव है. चारों और जंगल-झांड़ियां भरी है. डैम पुल के ऊपर कचरा भरा हुआ हैं. पुल के ऊपर से गुजर रही सड़क के दोनों किनारे कई माह से सफाइ नहीं हुई है. इसके कारण सड़क के दोनों किनारे धूल, कागज व प्लास्टिक के टुकड़े भरे पड़े हैं. पुल से होकर कोई वाहन गुजरता है, तो धूल उड़ती है. इससे पर्यटकों को काफी परेशान हो रही हैं. बराज डैम के दोनों तरफ दिए गये गार्डवाल के पास दूर तक जंगल-झांड़ी भरी है. जबकि प्रति साल पर्यटकों के आगमन के पूर्व अक्टूबर-नवंबर में सफाई करायी जाती थी. इस बार कुछ नहीं किया गया है. वहीं, साफ-सफाई और मेंटनेंस का जिम्मा किसी ठेकेदार को पहले से दिया गया है. वह कोई काम नहीं कर रहा है. इस दिशा में परियोजना के पदाधिकारी लापरवाह बने हैं. यहां पर्यटकों के लिए शौचालय है, लेकिन साफ-सफाई का अभाव है. बराज डैम के सौंदर्यीकरण की बात तो दूर, रख-रखाव की स्थिति भी ठीक नहीं है.तटबंध निर्माण के लिए बराज के सभी गेट खुले हैं
इधर, तटबंध निर्माण के लिए बराज के सभी 18 गेट खुल दिये गये हैं. इससे डैम पूरी तरह खाली है. इससे पर्यटक मायूस होकर लौट रहे हैं. वहीं, डैम के आस पास की कई स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हुई हैं. मालूम हो कि 77 करोड़ की लागत से बराज डैम के पश्चिम दिशा में करीब तीन किमी से अधिक दूरी तक नदी के दोनों किनारे तटबंध बन रहा.
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