धालभूमगढ़. स्वामी विवेकानंद गुरुकुलम में चेयरमैन डॉ सुब्रतो विश्वास के मार्गदर्शन में शिक्षकों व बच्चों ने उत्साह के साथ हिंदी दिवस मनाया. मौके पर विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने हिंदी भाषा के महत्व पर विचार साझा किये. कार्यक्रम का आयोजन हिंदी विभाग ने किया. इसका शुभारंभ प्रार्थना से हुआ. प्रधानाचार्य सुभाष रंजन दास ने कहा कि हिंदी भाषा हमारी पहचान और संस्कृति की धरोहर है. उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की, वे हिंदी को अपने दैनिक जीवन में अधिक से अधिक उपयोग करें. मातृभाषा के प्रति प्रेम बढ़ाएं. विद्यालय में निबंध लेखन, कविता पाठ, सुलेख लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गयी. विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया. मौके पर विद्यालय के निर्देशक तन्मय सिंह सोलंकी ने कहा कि हिंदी केवल संवाद का माध्यम नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, इतिहास और परंपरा को जोड़ने वाली कड़ी है. हिंदी के माध्यम से समाज में एकता, समझ और आपसी सहयोग बढ़ता है. आज की युवा पीढ़ी को इसे अपनाकर देश की समृद्ध भाषा-परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए. कार्यक्रम के अंत में सभी ने मिलकर हिंदी को बढ़ावा देने का संकल्प लिया.
हिंदी भाषा में लिखने व पढ़ने पर गर्व करें
घुटिया स्थित बीए कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में रविवार को हिंदी दिवस मनाया गया. कार्यक्रम सेमिनार हॉल में दोपहर 1:30 बजे प्राचार्य डॉ. एसके राय की उपस्थिति में शुरू हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत छात्र अर्सलान मंजर ने स्वागत भाषण, सुरक्षा घोषणाओं और मोबाइल बंद रखने के अनुरोध से की. इसके बाद प्राध्यापिका अनूबा कर्मकार ने स्वागत संबोधन किया. हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों के बीच भाषण, वाद-विवाद, निबंध लेखन, पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की गयीं. छात्रों ने हिंदी भाषा के महत्व, गौरव और पहचान पर अपने विचार रखे. विजेताओं को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. छात्रा मानवी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का केंद्रीय संदेश पोस्टर में उभर कर आया: “हमारी पहचान हिंदी है. हिंदी दिवस पर आओ, इसे गर्व से बोलें, लिखें और सुरक्षित रखें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

