घाटशिला : 13 मई को घाटशिला के उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल में इलाजरत विक्षिप्त महिला मुक्ता सबेइयां (20) भाग गयी. इसकी सूचना देने गये अस्पताल के रात्रि प्रहरी राजेश कुमार ओझा की थाना में पुलिस द्वारा पिटाई करने के आरोप के मामले में पुलिस और स्वास्थ्य कर्मचारियों के बीच ठन गयी है. पुलिस का आरोप है कि अस्पताल से विक्षिप्त महिला भोर 4 बजे भागी है और पुलिस को इसकी सूचना दिन के करीब 12 बजे मिलती है.
दूसरी तरफ रात्रि प्रहरी का आरोप है कि थाना प्रभारी के इंतजार में उसे घंटों थाने में बैठना पड़ता है. जानकारी हो कि उक्त महिला को इलाज के लिए पुलिस ने ही अस्पताल में भरती कराया था. उक्त महिला पूर्व में लेदा के कांठा सिंह अनाथालय में रहती थी. मगर वह तीन दिन बाद अस्पताल से किस कारण से भागी. यह जांच का विषय है.
आज काला बिल्ला लगा कर काम करेंगे कर्मचारी
रात्रि प्रहरी राजेश कुमार ओझा की कथित पुलिस पिटाई के खिलाफ 15 मई को उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल के कर्मचारी काला बिल्ला लगा कर काम करेंगे. कर्मचारियों ने बताया कि संघ को इसकी जानकारी दी गयी है. 15 मई को अस्पताल के कर्मचारियों ने पुलिसिया बरताव के खिलाफ काला बिल्ला लगा कर काम करने का निर्णय लिया है.इधर, इस मामले को लेकर झारखंड राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ और पुलिस में ठन गयी है. पुलिस का आरोप है कि अस्पताल से विक्षिप्त महिला भाग जाती है
और इसकी सूचना समय पर नहीं दी जाती है. कर्मचारी इसकी सूचना देने आता है, तो वह थाना में इंतजार नहीं करता है. इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को देता है. पुलिस महिला के संबंध में जानकारी लेती है तो सटीक जवाब नहीं देकर गोल मटोल जवाब दिया जाता है. अपनी गलतियों को छुपाने के लिए पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया जाता है. पुलिस को नीचा दिखाने का प्रयास किया जा रहा है.
भाजपा नेता ने ली रात्रि प्रहरी के मामले की जानकारी :घाटशिला. घाटशिला के उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल में रविवार को सांसद विद्युत वरण महतो द्वारा झाटीझरना को दिये गये एंबुलेंस की चाभी सौंपने के दौरान 20 सूत्री जिला उपाध्यक्ष दिनेश साव ने रात्रि प्रहरी मामले की जानकारी ली. इस दौरान फार्मासिस्ट कंचन महतो आरोप लगाया कि रात्रि प्रहरी से मारपीट हुई है
. फार्मासिस्ट से जानकारी लेने के बाद दिनेश साव ने कहा कि इस मामले को सांसद विद्युत वरण महतो और विधायक लक्ष्मण टुडू के समक्ष रखा जायेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल से विक्षिप्त महिला का गायब होना चिंता का विषय है.
मुक्ता सबेइयां कई बार अस्पताल से भागी है
थाना प्रभारी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घाटशिला द्वारा भेजे गये पत्र में कहा गया है कि विक्षिप्त महिला मरीज मुक्ता सबेइयां (20) बार-बार अस्पताल से भाग जाती है. 8 मई 2017 को कांठा सिंह अनाथालय, दामपाड़ा से उसे लाकर अस्पताल में भरती कराया गया था. उसे बेहतर इलाज के लिए अस्पताल के एंबुलेंस से जमशेदपुर रेफर किया गया था.
लेकिन उसके साथ उसके परिजन नहीं रहने से भरती नहीं लिया गया. इसके बाद चालक द्वारा उसे वापस अनुमंडल अस्पताल लाया गया, लेकिन 12 मई 17 की सुबह में अस्पताल से भागने की कोशिश की, कर्मचारियों ने खोज कर वापस अस्पताल लाया. इस तरह वह दो तीन बार यहां से भागने की कोशिश की. 13 मई 17 की सुबह वह फिर से अस्पताल से भाग गयी. खोजबीन के बावजूद भी नहीं मिली.
इस मामले में कुछ भी बोलना अभी ठीक नहीं होगा. प्रशिक्षु आइपीएस की रविवार को उनकी थाना में बातचीत हुई है. लेकिन रात्रि प्रहरी के मामले को लेकर कुछ भी ऐसी बात नहीं हुई है, जो मीडिया के समक्ष रखा जा सके.
डॉ शंकर टुडू, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी,
पुलिस की पिटाई का मामला झारखंड राज्य जन स्वास्थ्य एवं चिकित्सा कर्मचारी संघ और महासंघ के पास भेजा गया है. संघ इस मामले में जो निर्णय लेगा. उस पर उनकी सहमति होगी.
राजेश कुमार ओझा, रात्रि प्रहरी, उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल, घाटशिला.
गुनाह करना उतना बड़ा अपराध नहीं है, जितना की गुनाह सहना. रात्रि प्रहरी पुलिस को कुछ जानकारी देने गया था, लेकिन उसकी थाने में पिटाई की गयी. यह किसी भी स्तर से सही नहीं है.
नवल किशोर शर्मा, जन स्वास्थ्य एवं चिकित्सा कर्मचारी महासंघ के मंडल अध्यक्ष, घाटशिला