डुमरिया : डुमरिया की आस्ताकोवाली पंचायत के चाकड़ी गांव के भीतरचाकड़ी टोला के मधुसूदन गोप (25) छह माह से बीमार है. बीमारी के कारण वह दिन दिन पर दिन कमजोर होते जा रहे है. गरीबी के कारण वह अपना इलाज नहीं करवा पा रहा है. इलाज के लिए उसके पास पैसे नहीं है. उसकी विधवा मां रंकणी गोप उसका एकमात्र सहारा है. उसके पिता का निधन 2010 में हो गया था.
मधुसूदन ने बताया कि उसे छह माह से सांस लेने में तकलीफ हो रही है. पानी पीने से उसे तुरंत पेशाब हो जाता है. उसने बताया कि 2007 में उसने मैट्रिक परीक्षा पास की थी. पैसे के अभाव में वह आगे पढ़ नहीं पाया. परिवार चलाने के लिए वह मजदूरी करता था. छह माह से वह बीमार है. मधुसूदन की मांग ने बताया कि वह भूमिहीन है. उसके पास राशन कार्ड भी नहीं है. इसके पूर्व उसे लाल कार्ड मिला था. फिलहाल वह पत्ता और लकड़ी बेच कर अपना और अपने बेटे का भरण पोषण करती है. उसे सिर्फ पेंशन मिलती है. उसने बताया कि टोला में सरकारी चिकित्सक नहीं आते हैं. उसके बेटे को क्या बीमारी है उसे पता नहीं है.