घाटशिला.
घाटशिला के सुदूरवर्ती गांवों में बीएसएनएल का मोबाइल टॉवर अबतक चालू नहीं होने से हजारों ग्रामीण दूरसंचार सुविधा से वंचित हैं. घाटशिला की बाघुड़िया, कालचिती और झाटीझरना पंचायतों में लगभग ढाई से तीन वर्ष पूर्व टॉवर लगाये गये थे. टॉवर, भवन, सोलर सिस्टम, विद्युत कनेक्शन और केबल बिछाने जैसे सभी कार्य पूरे कर दिये गये हैं, लेकिन नेटवर्क सेवा अब तक शुरू नहीं हो सकी है. इन तीनों पंचायतों में लगभग 15 से 20 हजार की आबादी रहती है, जो झारखंड गठन के 25 वर्ष बाद भी मोबाइल नेटवर्क जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित है. ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में टॉवर लगने के बाद उन्हें उम्मीद थी कि जल्द उन्हें नेटवर्क सुविधा मिलेगी, लेकिन आज भी टॉवर जंगल-झाड़ियों में घिरकर बेकार खड़े हैं. सांसद विद्युतवरण महतो और पूर्व मंत्री रामदास सोरेन की पहल पर बीएसएनएल विभाग ने टॉवर स्थापना का कार्य शुरू कराया था. बाघुड़िया पंचायत के मिर्गीटांड़, डुमकाकोचा, पहाड़पुर, गुड़ाझोर समेत कई स्थानों पर टॉवर व संबंधित भवन बनाये गये हैं. इसी तरह झाटीझरना पंचायत के झाटीझरना गांव व कालचिती पंचायत के बासाडेरा और डायनमारी गांव में भी टॉवर स्थापित हैं. ग्रामीणों का कहना है कि दूरसंचार की सुविधा नहीं होने से बीमारी, आपदा या आपात स्थिति में वे पूरी तरह संपर्क से कट जाते हैं. पिछले दो दशकों से ग्रामीण इस सेवा की मांग लगातार विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से करते आ रहे हैं.घाटशिला विधानसभा उप चुनाव के दौरान भी ग्रामीणों ने विभिन्न दलों के नेताओं, मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री तक अपनी समस्या पहुंचायी. इस संबंध में जमशेदपुर बीएसएनएल के उप प्रबंधक कमला कांत टुडू ने दूरभाष पर बताया कि पूरा मामला रांची स्थित विभागीय अधिकारियों को भेजा गया है. उनके दिशानिर्देश पर ही कार्य शुरू किया जायेगा. उन्होंने आश्वासन दिया कि लगभग दो महीनों के भीतर इन क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क सेवा शुरू हो जायेगी, जिससे ग्रामीणों को राहत मिलेगी.
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