मुसाबनी : पाथरगोड़ा के लिपूडीह टोला में मांझी परगना महाल के तरफ परगना कमला हांसदा की अध्यक्षता में समारोह आयोजित कर अर्जुन मार्डी का सरना धर्म में वापसी का संस्कार पूरा किया गया. अर्जुन मार्डी पांच-छह वर्ष पूर्व सरना धर्म परित्याग कर दूसरा धर्म अपना लिया था. वर्तमान में अर्जुन मार्डी रेलवे में नौकरी करते हंै तथा भुवनेश्वर में पदस्थापित है.
सुबह देहरी रामी मुमरू अर्जुन मार्डी को लेकर स्नान कराने तालाब गये. तालाब में डूबकी लगाने के बाद लिपुडीह स्थित घर पहुंचे और पूजा शुरू की. सरना धर्म में वापसी के शुद्धिकरण समारोह में पाथरगोड़ा के ग्राम प्रधान सुदर्शन हांसदा, मेढ़िया के विक्रम हांसदा, लावकेशरा के जादूनाथ मार्डी, धोबनी के चंद्राय मुमरू, जामशोल के धनंजय मार्डी, सड़कघुटू के फागूलाल किस्कू आदि ग्रामीण उपस्थित थे. संथाल समाज द्वारा सरना धर्म में वापसी के बाद अर्जुन मार्डी एवं उनके परिवार द्वारा ग्राम प्रधानों को सम्मान राशि के साथ भोज दिया गया. अर्जुन मार्डी ने देहरी तथा ग्राम प्रधानों की उपस्थिति में साल वृक्ष को साक्षी मान कर फिर से सरना धर्म तथा अपने संथाल समाज में वापसी का फैसला लिया. इस मौके पर परिवार के दिवगंत पूर्वजों के नाम पर हड़िया का प्रसाद चढ़ाया गया.
अच्छा महसूस कर रहे हैं : अर्जुन
सरना धर्म में वापसी के बाद अर्जुन मार्डी ने कहा कि अब उन्हें अच्छा लग रहा है. युवा अवस्था में कुछ लोगों के बहकावे में आकर दूसरे धर्म स्वीकार कर लिया था. बाद में अहसास हुआ कि अपना समाज, धर्म, संस्कार एवं रीति रिवाज को छोड़ना गलत है. समाज का सम्मान मिलने से लग रहा है सामाजिक व्यवस्था की अच्छाइयों की ओर ध्यान देने की जरूरत है.