चक्रधरपुर : चक्रधरपुर प्रखंड की केरा पंचायत को अोडीएफ फ्री घोषित किया गया है, लेकिन पंचायत के चंद्रजारकी गांव के लोग खुले में शौच करने जाते हैं. हकीकत यह है कि चंद्राजारकी गांव में एक भी शौचालय का निर्माण नहीं किया गया. मालूम हो कि इसी गांव में प्रखंड प्रमुख नानकी कुजूर भी रहती हैं. बावजूद गांव में एक भी शौचालय का निर्माण नहीं हुआ है.
शौचालय नहीं होने से सबसे ज्यादा परेशानी गांव की महिलाअों को होती है. ग्रामीण चारिया कुजूर, सरस्वती कुजूर, विनिता कुजूर, सुधा कुजूर, वीसी कुजूर, चैती कुजूर, बाहलेन कुजूर, चयमनी कुजूर, सोनी कुजूर, विष्णु कच्छप, शिवचरण कुजूर, विशेश्वर कुजूर, भीमो कच्छप, डिडगा मिंज, लखन कच्छप ने कहा कि शौचालय निर्माण के लिए कई बार आवेदन दिये गये, लेकिन कुछ नहीं हुआ.
विडंबना तो यह कि बिना जमीनी हकीकत जांचे पंचायत को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया. इस नाराज ग्रामीणों ने कहा कि गांव में शौचालय नहीं होगा, तो लोस चुनाव में वोट बहिष्कार करेंगे.
गांव में तीन सौ से अधिक रहते हैं परिवार: केरा पंचायत के चंद्रजारकी गांव में तीन सौ से अधिक परिवार रहते हैं, लेकिन एक भी परिवार का शौचालय नहीं बनाया गया है.