घाटशिला : मऊभंडार आइसीसी कंपनी के मुख्य द्वार पर गुरुवार को असंगठित मजदूरों ने एआइटीयूसी के बैनर तले 12 सूत्री मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया. वहीं गेट सभा की गयी. इसमें धालभूम कांट्रैक्टर वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि मजदूर व किसान विरोधी सरकार को वर्ष 2019 में उखाड़ फेंकना है.
सरकार के विरोध में एआइटीयूसी आज से 40 दिनों तक जन आंदोलन करेगी. सरकार मजदूर और किसान विरोधी है. मजदूरों के आंदोलन को छीनना चाहती है. संसद में बिल पास करने जा रही है कि जहां पर 50 मजदूर हैं. वहां यूनियन का दर्जा नहीं दिया जायेगा. 14 ऐसे श्रम कानून हैं. जहां बदलाव करने जा रही है. मजदूरों को 12 घंटे काम की वकालत में लगी है. दो पाली में कार्य हो, एक शिफ्ट के मजदूरों की छंटनी हो.
मजदूरों की 12 सूत्री मांगें
समान काम का समान वेतन, अस्थायी मजदूरों की बहाली, इन्सेंटिव स्कीम में सुधार, अलग से
छुट्टी के बीच रविवार पड़े तो छुट्टी में शामिल नहीं करने, ठेका मजदूरों के लिए हाजिरी कार्ड, हाजिरी बही, मेडिकल कार्ड, परिचय पत्र अनिवार्य करने, ठेका मजदूरों के लिए पीएफ व ग्रेच्युटी अनिवार्य करने, सभी खदानों में स्पेशलिस्ट चिकित्सक रखने, सभी मजदूरों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने, हाजिरी सिस्टम लागू करने, ट्यूशन फीस 100 प्रतिशत वापस करने, मजदूरों के परिवारों को भी चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की मांग शामिल है.
नोटबंदी से बंद हुए कल-कारखाने
नोटबंदी से कई कल-कारखाने बंद हो गये. महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हुई. मौके पर आइसीसी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष बीएन सिंहदेव, धालभूम कांट्रैर्क्स वर्कर्स यूनियन के महासचिव अरुण नाग, संतोष दास, तुराम सवैंया, मानिक मजूमदार, जयंत उपाध्याय, आजाद बेहरा, संजय सिंह, अप्पू चौधरी, संदीप सिंह, जसवीर सिंह, किशोर करूआ, लक्ष्मी कुदादा, बसंती, सोमवारी, सीता देवी, तारकेश्वरी देवी उपस्थित थीं.