13.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

आश्विन पूर्णिमा आज, मंदिर में जुटेगी श्रद्धालुओं की भीड़

पूरे वर्ष में केवल इसी दिन चंद्रमा सोलह कलाओं का होता है और इससे निकलने वाली किरणें अमृत समान मानी जाती

बासुकिनाथ. आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा बुधवार को है. शरद पूर्णिमा को लेकर मंदिर को फूलों से सजाया गया है. पूर्णिमा पर संभावित भीड़ को लेकर मंदिर प्रभारी सह बीडीओ कुंदन भगत ने मंदिर कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिया. इस पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा भी कहते हैं. यह रास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. पंडित सुधाकर झा ने बताया कि पूरे वर्ष में केवल इसी दिन चंद्रमा सोलह कलाओं का होता है और इससे निकलने वाली किरणें अमृत समान मानी जाती है. शरद पूर्णिमा की रात्रि को दूध की खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखी जाती है. मान्यता है कि चंद्रमा की किरणें खीर में पड़ने से यह कई गुना गुणकारी और लाभकारी हो जाती है. इसे कोजागर व्रत माना गया है, साथ ही इसको कौमुदी व्रत भी कहते हैं. इस दिन दान, पुण्य, नदी व पवित्र तालाब में स्नान का अपना अलग महत्व है. पुलिस निरीक्षक श्यामानंद मंडल ने बताया कि पूर्णिमा को लेकर अतिरिक्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar News Desk
Prabhat Khabar News Desk
यह प्रभात खबर का न्यूज डेस्क है। इसमें बिहार-झारखंड-ओडिशा-दिल्‍ली समेत प्रभात खबर के विशाल ग्राउंड नेटवर्क के रिपोर्ट्स के जरिए भेजी खबरों का प्रकाशन होता है।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel