बैशाख में पांच घड़ों अनवरत गिरेगा जल, जरूरतमंदों को गर्मी से बचाने किया प्रयास प्रतिनिधि, बासुकिनाथ विश्व कल्याणार्थ पवित्र मास में गर्भगृह में घड़े के जल से भोलेनाथ का अभिषेक हो रहा है. पांच घड़ों के छिद्र से निकले बूंद-बूंद जल भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर अनवरत गिरते रहता है. जल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक होता है. मंदिर गर्भगृह में परंपरा पुरानी है. पांच घड़ों में स्थानीय पांच समुदाय विशेष के लोगों द्वारा जल भरा जाता है. मंदिर के पंडित सुधाकर झा आदि ने बताया कि विश्व कल्याण व प्राणियों में शीतलता के लिए वैशाख में भोलेनाथ को शीतल जल से अभिषेक किये जाने की अद्भूत पंरपरा रही है. इस मास में सूर्य का प्रखर ताप सामान्य व्यक्ति को गर्मी और प्यास से व्याकुल कर देता है. इसलिए धार्मिक पंडितों ने इस मास में प्याऊ लगाने की सलाह दी है. ताकि प्यासे पथिक को शीतल जल सुलभ हो सके. प्याऊ खोलने के साथ-साथ निर्धन व्यक्ति को गर्मी से बचाव के लिए छाता, जूते, चप्पल तथा ताड़ का पंखा वितरण कर पुण्य के भागी बनते हैं. वैशाख में सूर्यनारायण की मेष राशि में उच्च स्थिति को दर्शाता है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक ग्रह माना जाता है. वैशाख में भोलेनाथ के भक्त दीन दुखियों की सेवा करके और उन्हें गर्मी के ताप से बचाने वाली वस्तुएं प्रदान कर पुण्य के भागीदार बनते हैं. —-
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